Bihar News: लालू प्रसाद अभी दिल्ली में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं और उधर राबड़ी आवास पर आज सीबीआई जांच कर रही है। साफ़ है कि लोकसभा चुनाव से पहले राजद नेताओं को ठिकाना लगाना है। सीबीआई की यह कहानी हालांकि नई नहीं है। नौकरी के बदले जमीन लेने का मामला सीबीआई में चल रहा है। लालू प्रसाद जब रेल मंत्री थे तब उनपर आरोप था कि उन्होंने कई लोगो से जमीन लेकर नौकरी दी है। 15 साल पुराना यह मामला है जिसे अब सीबीआई खंगाल रही है। जाहिर है इस मामले में अब लालू परिवार की परेशानी और भी बढ़ सकती है।
गिरफ्तारी के खिलाफ जिन 8 पार्टी के नेताओं ने प्रधानमंत्री को लिके पत्र में तेजस्वी भी थे शामिल
आज जैसे ही राबड़ी आवास पर सीबीआई की टीम पहुंची भीड़ इकठा हो गई। हालांकि लालू प्रसाद के लोगो को पता था कि सीबीआई जल्द ही उनके दरबाजे पर आ सकती है। आज वही हुआ। दो दिन पहले मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ जिन 8 पार्टी के नेताओं ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था उनमे तेजस्वी यादव भी शामिल थे। कई जानकार अब यह कह रहे हैं कि आज की सीबीआई छापेमारी तेजस्वी की अगली राजनीति को रोकने के लिए ही है।
हालांकि यह भी बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में लालू प्रसाद ,राबड़ी देवी ,मीसा भारती समेत कोई 14 लोगो समन भेजा था। समन में 15 मार्च को एक साथ सभी को पेश होने की बात कही गई है। अभी 15 मार्च आया नहीं है लेकिन सीबीआई राबड़ी के आवास को खंगाल रही है। इसके क्या कारण है यह अभी किसी को पता नहीं चला है। लेकिन सीबीआई की इस छापेमारी को लेकर मौजूदा बिहार की गंठबंधन सरकार परेशान जरूर है।
कहा तो यह भी जा रहा है कि नीतीश कुमार जिस विपक्षी एकता की राजनीति करने की बात कर रहे हैं उस पर लगाम कसने के लिए और साथ ही बिहार की जनता को यह दिखाने के लिए कि एक भ्रष्ट परिवार के साथ मिलकर नीतीश जो कर रहे हैं ,उसे बिहार की जनता देख रही है का मैसेज देने की कहानी है। ऐसा हो भी सकता है और नहीं भी। लेकिन इतना तो साफ़ है कि मौजूदा केंद्र सरकार किसी भी सूरत में अपने विरोधियों को छोड़ने नहीं जा रही है।
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तब्दी देवी के आवास पर सीबीआई पहुंचना कई और सन्देश भी दे रहा है कि इस देश में जो भी बीजेपी के खिलाफ खड़ा होगा वह जांच के दाए में आएगा। अगली बारी किसकी होगी इसे भी समझने की बात है। कहा जा रहा है कि जिन 121 विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर जांच एजेंसियों का घेरा है ,एक -एक कर सबको निपटाने की योजना है। अगली बारी केसीआर की बेटी कविता की भी आ सकती है।
फिलहाल जमीन के बदले नौकरी मामले की जांच सीबीआई कर रही है। यह मामला 14 साल पुराना है। जानकारी के मुताबिक लालू प्रसाद ने रेल मंत्री रहते हुए 7 लोगो को जमीन के बदले नौकरी दी थी। इनमे से पांच की बिक्री हुई थी जबकि दो गिफ्ट के तौर पर लालू परिवार को मिली थी।