Latest News Ghaziabad UP: गाजियाबाद में बीजेपी पार्षद व मेयर गरीबों को हटाने की कवायत में लगे
Latest News Ghaziabad UP: जहां एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा गरीबी और महिला सशक्तिकरण की बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार व कानून बनाए गए हैं, वहीं दूसरी तरफ गाजियाबाद में बीजेपी के पार्षद व मेयर के द्वारा गरीबों को ही हटाने की कवायत में लगे हुए हैं ताजा मामला गाजियाबाद में बीते दिनों मोहन नगर स्थित रेडी पटरी लगाने वाली सीता से स्थानीय पार्षद के द्वारा मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद मामला प्रकाश में आया था इसके बाद पीड़िता सीता की शिकायत पर साहिबाबाद पुलिस द्वारा मुकदमा पंजीकृत करते हुए बीजेपी पार्षद सुधीर कुमार सिंह को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था।
इसके बाद से यह मामला अब तूल पकड़ता हुआ जा रहा है जहां एक तरफ बीजेपी के पार्षद और मेयर के द्वारा लगातार गाजियाबाद के कमिश्नर को इस पूरे मामले में पार्षद को फसाने के आरोप लगाते हुए कार्यालय और घर का घेराव किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ हम आपको वह तस्वीर दिखा रहे हैं जहां पर पीड़ित महिला व उसके पति जो कि घायल अवस्था में आज एक घर की चौकीदारी कर रहे हैं जो रेहड़ी पटरी ही जीवन यापन करने का एक मात्र साधन है जिसकी वजह से उनके घर की रोजी-रोटी चलती थी।
नगर निगम द्वारा हटा दी गई है वहीं अब लगातार पीड़िता सीता को केस वापस लेने और यहां से भागने की पूरी कोशिश स्थानीय और पार्षदों के द्वारा की जा रही है वही जब हमारे चैनल के माध्यम से ग्राउंड जीरो को उतारकर पीड़ित सीता से बात की गई तो वह भावुक होते हुए बोली की गाजियाबाद की मेयर का ऐसे पार्षद जो की फ्री में लगातार उनके यहां पर सामान लेकर जाते थे पैसा मांगने पर उनको पीटते हैं।
महिला की बेइज्जती करते हैं उनके पास मारपीट करते हैं मेयर भी महिला होने के बाद भी उसका साथ दे रही है तो ऐसे में महिला सुरक्षित कहां हो जाती है वहीं पीड़िता सीता का कहना है कि लगातार उन पर यहां से भाग जाने मुकदमा वापस लेने समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है वही पीड़िता सीता का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस ने उनका काफी साथ दिया है जिसकी वजह से वह अभी तक गाजियाबाद में सुरक्षा की दृष्टि से सुकून की जिंदगी जी रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ पीड़िता सीता का कहना है कि जब उनके साथ मारपीट हो रही थी तो पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना कैद हो गई वहीं कुछ अन्य लोगों के द्वारा उसके कान के कुंडल व नाक की लॉन्ग तक आरोपी छीन कर ले गए थे वहीं आज तीन दिन से पीडित सीता के घर में चूल्हा भी नहीं जला है और आज जहां ठेली पटरी लगाने के बाद दो पैसे कमाने के बाद वह अपने घर की दिनचर्या चलती थी आज मजबूरी में अपना वक्त काटने को मजबूर है।
बताते चलें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा महिला एवं बाल सुरक्षा के कड़े कायदे कानून बनाए गए हैं जिसको लेकर ग्राउंड जीरो पर पुलिस के द्वारा पूरी पावर दी गई है जिसका इस्तेमाल करते हुए गाजियाबाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पीड़िता को न्याय दिलाया और आरोपी पार्षद को सलाखों के पीछे भेजा अब ऐसे में मेयर और बीजेपी के पार्षदों के द्वारा अपने आरोपी पार्षद साथी के समर्थन में पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन व कमिश्नर का घैराव करना कहां तक उचित है यह अब देखने वाली बात होगी या यूं कहिए अब मामला तुल पकड़ा तो सीएम योगी आदित्यनाथ एक बड़ा एक्शन गाजियाबाद के बीजेपी के संगठन या बीजेपी के पार्षद या मेयर पर कर सकते हैं।