भाजपा के राहुल नारवेकर चुने गये महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष, एमवीए के राजन साल्वी 57 मतों हारे
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा के बुलाये गये दो दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन रविवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ, जिसमें भाजपा के राहुल नारवेकर ने एमवीए महा विकास अधाड़ी के राजन साल्वी को 57 मतों से हराया। राहुल नारवेकर के पक्ष में 164 मत मिले। बहुमत के लिए नारवेकर को 145 मतों की आवश्यकता थी, उन्हें बहुमत के आंकड़े से 19 मत अधिक मिले। एमवीए के राजन साल्वी को महज 107 मत ही हासिल कर सके। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की उद्धव गुट पर पहली बड़ी जीत माना जा रहा है।
सत्र के दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को विधानसभा में अपना बहुमत सिद्ध करना है। स्पीकर के चुनाव के लिए शिंदे गुट भाजपा ने राहुल नारवेकर को और एमवीए (महा विकास अधाड़ी) गठबंधन की ओर से राजन साल्वी को चुनाव मैदान में उतारा था। मुख्यमंत्री शिंदे गुट ने राहुल नारवेकर का समर्थन किया था। शिंदे गुट वाली शिवसेना ने विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के मद्देनजर आदित्य ठाकरे सहित शिवसेना विधायकों को व्हिप जारी किया गया था।
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विधानसभा स्पीकर का चुनाव के लिए विधान सभा के सत्र में पहुंचे शिंदे समर्थक अनेक शिवसेना विधायक विशेष परिधान पहनकर और सिर पर भगवा रंग के साफे बांधकर पहुंचे। मुख्यमंत्री शिंदे ने भी साफा बांधा हुआ था, लेकिन वह विधायकों से अलग था। साफा पहनकर विशेष सत्र में आने के पीछे विधायकों की मंशा सच्चे शिवसैनिक दर्शाने और सबसे अलग विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने से पहले ही असली और नकली शिवसेना को लेकर शिंदे और उद्धव गुट में चल रही खींताचान के बीच विधानसभा में शिवसेना का कार्यालय सील कर दिया गया ताकि दोनों गुटों मे कार्यालय पर कब्जा जमाने का लेकर किसी तरह का टकराव स्थिति पैदा न हो। हालांकि शिवसेना सांसद संजय राउत कह रहे हैं कि शिवसेना एक ही है।
विधानसभा अध्यक्ष के चुनावी प्रक्रिया के तहत विधानसभा में विधायको को पहले प्रत्याशी का नाम बताया जाता और उसके पक्ष में अपना मत देने के लिए विधायकों को अपने स्थान पर खड़े होकर अपना नाम और विधानसभा (क्षेत्र) सीट का नम्बर बताते हैं, जिसे चुनाव अधिकारी नोट करते हैं और जिस प्रत्याशी के पक्ष में ज्यादा मत मिलते हैं, वह विधान सभा अध्यक्ष चुन लिया जाता है। आज इसी प्रक्रिया के तहत ही भाजपा उम्मीदवार राहुल नारवेकर विजयी हुए।