Bobby Pawar’s dispute with Meenakshi Sundaram: ऊर्जा सचिव मीनाक्षी सुंदरम से विवाद पर बॉबी पंवार का पक्ष, कहा “सवाल पूछने गया था, टेंडर का दबाव नहीं बनाया”
Bobby Panwar's side on the dispute with Energy Secretary Meenakshi Sundaram, said, "I went to ask questions, did not press for the tender"
Bobby Pawar’s dispute with Meenakshi Sundaram: उत्तराखंड के सचिवालय में ऊर्जा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम और बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार के बीच हुए विवाद ने बुधवार को बड़ा मुद्दा बना दिया है। सचिवालय में मीनाक्षी सुंदरम के दफ्तर में हुई कहासुनी और झड़प के बाद बॉबी पंवार पर ऊर्जा सचिव ने गंभीर आरोप लगाए हैं। सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने दावा किया है कि पंवार ने ऊर्जा निगम में टेंडर को लेकर उन पर दबाव बनाया और जान से मारने की धमकी दी। इस घटना के बाद पुलिस में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हालांकि, बॉबी पंवार ने इस विवाद में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जवाब मांगने गए थे, टेंडर का कोई दबाव नहीं बनाया।
कैसे शुरू हुआ विवाद: सचिवालय में कहासुनी की खबर फैली
बुधवार देर शाम सचिवालय में बॉबी पंवार और ऊर्जा सचिव मीनाक्षी सुंदरम के बीच हुई बहस की खबरें तेजी से फैलीं। मीडिया में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया। अधिकारियों ने बताया कि पंवार ने टेंडर में दखल देने का प्रयास किया और जब इस पर उन्हें जवाब नहीं मिला तो वे बदतमीजी पर उतर आए। मीनाक्षी सुंदरम के स्टाफ ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया और कहा कि पंवार ने ना सिर्फ धमकी दी बल्कि स्टाफ के साथ धक्का-मुक्की भी की।
बॉबी पंवार का स्पष्टीकरण: भ्रष्टाचार के खिलाफ जवाब मांगने का दावा
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार, जो पहले भी अपने संघर्ष और आंदोलन के लिए जाने जाते हैं, ने इस मामले में फेसबुक लाइव के माध्यम से जनता के सामने अपनी सफाई दी। पंवार ने बताया कि वे बुधवार को सचिवालय में ऊर्जा सचिव मीनाक्षी सुंदरम से मिलने गए थे, लेकिन यह मुलाकात टेंडर के संबंध में नहीं बल्कि एमडी यूपीसीएल अनिल यादव के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सवाल करने के लिए थी। उन्होंने दावा किया कि उनके पास अनिल यादव के भ्रष्टाचार के प्रमाण हैं और उन्होंने एक महीने पहले शिकायत भी की थी। इसके बावजूद यादव को सेवा विस्तार दे दिया गया, जिसे लेकर वे सचिव से जवाब मांगने पहुंचे थे।
बॉबी पंवार का आरोप: गलत शब्दावली का प्रयोग और झूठे आरोप लगाए गए
बॉबी पंवार का कहना है कि उन्होंने मीनाक्षी सुंदरम से केवल अनिल यादव के सेवा विस्तार का आदेश मांगा था, लेकिन इसके बदले उन्हें अपमानजनक शब्दों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि प्रदेश में करोड़ों लोग रहते हैं और क्या हम हर किसी को सेवा विस्तार का आदेश देंगे। पंवार ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे पूरी तरह झूठे हैं और इसका कोई प्रमाण नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी मंशा केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की थी और उनके अधिकार में है कि वे सरकार से जवाब मांगें।
कैमरे की फुटेज से होगी सच्चाई सामने: पंवार का दावा
बॉबी पंवार ने अपनी सफाई में कहा कि मीनाक्षी सुंदरम के दफ्तर में लगे कैमरे की फुटेज चेक की जानी चाहिए ताकि सच सामने आ सके। उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर सकती है और वे किसी भी प्रकार की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। पंवार ने कहा कि वे उत्तराखंड के हर नागरिक के प्रतिनिधि के रूप में भ्रष्टाचार के खिलाफ सवाल पूछने गए थे, और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप केवल उन्हें चुप कराने का प्रयास हैं।
बॉबी पंवार की मांग: भ्रष्टाचार के खिलाफ जवाबदेही सुनिश्चित हो
पंवार ने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए आरोपों का जवाब सरकार को देना चाहिए और जनता को यह अधिकार है कि वह अपने नेताओं और अधिकारियों से भ्रष्टाचार के मामलों में जवाब मांगे। उन्होंने कहा कि अगर उनके द्वारा सवाल उठाने के कारण उन पर झूठे आरोप लगाए जाते हैं, तो वे इस मुद्दे पर भी संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।