Election 2024 Update: अमेठी और रायबरेली सीट को लेकर कांग्रेस में मंथन, दो मई के के बाद होगा फैसला !
Brainstorming in Congress regarding Amethi and Rae Bareli seats, decision will be taken after May 2!
Election 2024 Update: यूपी की राजनीति को साधने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच होड़ लगी हुईं है। बीजेपी जहाँ यूपी की सभी सीटों पर जीत हासिल करने के लिए जी तोड़ प्रयास कर रही है वही इंडिया गठबंधन किसी भी सूरत में बीजेपी के खेल को बिगाड़ने में जुटा है। इधर कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले अमेठी और रायबरेली को लेकर कांग्रेस मजबूती के साथ चुनावी मैदाने में उतरने को तो तैयार है लेकिन अभी तक उम्मीदवारों को लेकर वह कोई पत्ता नहीं खोल रही है। कांग्रेस के इस खेल से बीजेपी भी परेशान है।
बीजेपी अपने उम्मीदवार की घोषणा इन दो सीटों पर कर सकती है लेकिन वह भी कांग्रेस के कदम को देख रही है।
इधर अमेठी और रायबरेली सीट को लेकर कांग्रेस के भीतर मंथन जारी है। कई उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा हो रही है लेकिन कांग्रेस ने अभी तक इसके बारे में कोई खुलासा नहीं किया है। सूत्र बताते हैं कि अमेठी से राहुल गाँधी ही चुनाव लड़ेंगे जबकि रायबरेली से प्रियंका गाँधी के मैदान में उतरने की बात कही जा रही है। अंतिम फैसला क्या होता है और फिर किसके नाम की लॉटरी निकलती है यह देखने की बात होगी।
जिस तरह की जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक 26 अप्रैल के बाद दोनों सीटों के बारे होने की सम्भावना है। खबर तो यह भी आ रही है कि दो मई को सब कुछ साफ़ हो जाएगा और राहुल और प्रियंका नामांकन भी दाखिल करेंगे लेकिन इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सभी खबरे सूत्रों के हवाले से ही चलाई जा रही है।
अमेठी के लोग पिछले दिनों सोनिया गाँधी से मिलने दिल्ली आये थे। अमेठी के लोगों ने सोनिया और राहुल से मुलाकात भी की और आग्रह भी किया था कि पिछली बार अमेठी के लोगों से भूल हो गई थी। उन्होंने कहा था कि वे लोग अपनी भूल को सुधारना चाहते हैं। हलाकि सोनिया गाँधी ने यही कहा था कि वे वापस जाये और वक्त पर सब कुछ साफ़ होगा। उनकी इच्छा की पूर्ति की जाएगी। अमेठी के लोग आज भी अपनी इच्छा की पूर्ति का इन्तजार रह रहे हैं।
वैसे राहुल गाँधी केरल के वायनाड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार भी वे वायनाड सीट से ही चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। हालांकि राहुल अमेठी से भी चुनाव लड़े थे लेकिन बीजेपी की स्मृति ईरानी से उनकी हार हो गई थी। राहुल और कांग्रेस के लिए यह बड़ा धक्का माना गया था।
उधर अमेठी से बीजेपी ने इस बार फिर ईरानी हो ही मैदान में उतारा है। हालांकि इस बार ईरानी के खिलाफ जनता खड़ी दिख रही है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि अमेठी के सभी लोग ईरानी के खिलाफ ही हों। पिछले पांच साल में अमेठी में भी बीजेपी का आधार तैयार हुआ है और जाहिर है कि अगर राहुल गाँधी यहाँ से मैदान में खड़े होते हैं तो मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।
यूपी में इंडिया गठबंधन भी बड़ी ताकत के साथ मैदान में है। इस बार सपा के साथ मिलकर कांग्रेस चुनावी मैदान में हैं। सपा 63 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस 17 सीटों पर मैदान में है। कांग्रेस अपने पारंपरिक गढ़ रायबरेली और अमेठी के अलावा वाराणसी, गाजियाबाद और कानपुर सीट पर भी चुनाव लड़ रही है।
अब भीतर से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक पहले अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस किसी भी बड़े नेता को मैदान में उतरने को तैयार थी लेकिन पार्टी के भीतर मंथन के बाद अब कहा जा रहा है कि इन दोनों सीटों पर राहुल और प्रियंका ही लड़ाई में उतरेंगे। और ऐसा होता है तो खेल बड़ा ही दिलचसप हो सकता है। यह भी बता दें कि इस बार भी राहुल की जीत कोई आसान नहीं होने वाली है। स्मृति ईरानी बड़े पैमाने पर अमेठी में चुनाव प्रचार में जुटी है और बड़ी संख्या में उनके साथ लोगों का हुजूम भी खड़ा है फिर भी राहुल की मौजूदगी से ईरानी की परेशानी तो बढ़ेगी ही।
उधर रायबरेली की बात की जाए तो 1960 से ही यह सीट रायबरेली का गढ़ रहा है। इस सीट का फिरोज गाँधी से लेकर इंदिरा गाँधी तक ने प्रतिनिधित्व किया था। सोनिया गाँधी भी 2006 के उपचुनाव से ही इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती रही है। अब जब सोनिया गाँधी राज्य सभा में चली गई है तो इस सीट पर प्रियंका के चुनाव लड़ने की सम्भावना बढ़ गई है। प्रियंका यहाँ से मैदान में उतरती है तो खेल बड़ा होगा क्योंकि बीजेपी भी यहाँ से कई स्थानीय नेताओं को उतरने की तैयारी कर रही है।