लखनऊ। नोएडा में रविवार को धवस्त हो रहीं ट्विन टावर के बहाने यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सपा पर हमला जोरदार हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्विवर हैंडल के माध्यम से कहा कि सपा शासनकाल के भ्रष्टाचार के जीवंत उदाहरण व कुकर्मो के प्रतीक के रुप में बनी ट्विन टावर योगी के सुशासन काल में ध्वस्त हो रही है। डिप्टी सीएम ने अप्रत्यक्ष रुप से संकेतों में कहा है कि भ्रष्टाचार को बढावा देने से ही नोएडा की ये टावर निर्माता सुपरटेक कंपनी को कई सालों तक लगातार और ऊंची टावर बनाये जाने की अनुमति दी जाती रही।
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नोएडा के सेक्टर-93 ए स्थित एमराल्ड कोर्ट की जिन दो ट्विन टावरों को गिराया गया, वे सपा के शासन काल में बनी और इनके निर्माण पर कंपनी के 200 करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि इसको ध्वस्त करने पर करीब 20 करोड़ रुपये का खर्चा आया। यहां सबसे हैरानी की बात है कि इन अवैध टावरों के निर्माण के लिए नोएडा प्राधिकरण के 28 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है। इन लोगों के खिलाफ एफआईआर जरुर दर्ज है, लेकिन न तो इन्हें निलंबित किया गया है और न ही इनके खिलाफ कोई दूसरी बड़ी कार्रवाई की गयी है।
माना जा रहा है कि इन अवैध ट्विन टावरों के खिलाफ यूपी हाई कोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ने वाले लोग अब इसके जिम्मेदार नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को मांग को लेकर लड़ाई लड़ने का मन बना रहे हैं। आखिर भ्रष्टाचार के दम पर ही सुपरटेक इन अवैध टावरों का निर्माण करने में कामयाब हुई थी, फिर दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न करके प्रशासन-शासन क्या संदेश देना चाहता है।