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अब बिना पासवर्ड लॉगिन होंगे आपके सभी अकाउंट, गूगल का ये अनोखा फीचर बड़े काम की चीज

Account Google Update: यदि आप अपना किसी भी सोशल मीडिया अकाउंट ( social media account) का पासवर्ड भूल गए हैं और आपके पास रिकवरी ईमेल या फोन नंबर भी नहीं हैं तो डोंट वरी, यह खबर आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होने वाली है। अब बिना रिकवरी ईमेल के भी आप अपने कोई भी अकाउंट का एक्सेस दोबारा प्राप्त कर सकते हैं। अगर सोशल मीडिया यूजर आपना अकाउंट पासवर्ड (account password) भूल जाते हैं तो बड़ी ही दिक्कत हो जाती है। लेकिन अब चिंता करने की कोई बात नहीं है, इस लेख के जरिए जानिए वो कौन सा तरीका हैं जो अब बिना पासर्वड आसानी से कोई भी अकाउंड खोल सकता हैं

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गूगल की तरफ से पासवर्ड के ऑप्शन के तौर पर पासकीज (Passkeys) को पेश किया जा रहा है, जो नॉर्मल पासवर्ड के मुकाबले काफी सिक्योर हैं। साथ ही पासकीज (Passkeys) के आने से आपको अलग-अलग अकाउंट के लिए अलग पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं होगी। पासकीज (Passkeys) अपने फेशियल रिकग्निशन, फिंगरप्रिंट स्कैन या पिन के साथ काम करती है और फिशिंग अटैक (phishing attack) को रोकने में सहायता करती है।

गूगल ( google) ने ऐलान किया है कि वो दुनिया को पासवर्ड मुक्त बनाने जा रहा है। गूगल ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में गूगल अकाउंट को लॉगिन करने के लिए अलग-अलग पासवर्ड की जरूरत नहीं होगी। गूगल के बीते मंगलवार को अपने ब्लॉग पोस्ट में ऐलान किया है कि वो पर्सनल गूगल अकाउंट (personal google account) के लिए डिफॉल्ट ऑप्शन के तौर पर पासकीज बना रहा है। उसका कहना है कि पासकीज को लेकर यूजर्स की तरफ से पॉजिटिव रेस्पांस (positive response) मिल रहा है।


हैंकिंग का खतरा होगा कम
बता दें कि गूगल की तरफ से पासकीज की शुरुआत मई में की गई थी। यह मौजूदा पासवर्ड सिस्टम (password system) का एक तेज और सुरक्षित विकल्प है। इसमें यूजर्स को कई सारे पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं होती है। पासकीज नॉर्मल पासवर्ड के मुकाबले काफी सुरक्षित होती है, क्योंकि इसमें आपको अपने पासवर्ड के चोरी होने का खतरा नहीं रहता है। साथ ही आपके लॉगिन क्रिडेंशियल को नहीं शेयर नहीं किया जा सकता है। इससे हैकिंग की संभावना भी खत्म हो जाती है।


क्या होती हैं पासकीज?
पासकीज आपके फेशियल रिकग्निशन, फ्रिंगरप्रिंट स्कैन (fingerprint scan) या फिर पिन से चलती हैं। ऐसे में फिशिंग अटैक को रोकने में पासकीज अहम रोल अदा कर रही हैं। अगर आपकी डिवाइस खो जाती है, तो आपको लॉगिन करने के लिए बॉयोमेट्रिक इन्फॉर्मेंशन (biometrix information) या फिर पिन की जरूरत होती है। बता दें कि आज के वक्त में कई सारे ऐप्स और उनके अकाउंट मौजूद हैं। साथ ही बैकिंग और अन्य पर्सनल अकाउंट है, जिसके अलग-अलग पासवर्ड होते हैं। इन सभी पासवर्ड को याद रखना मुश्किल होता है। ऐसे में पासकीज एक शानदार ऑप्शन साबित हो सकता है।

Prachi Chaudhary

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