चंडीगढ: अड़तालीस वर्षीय पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान बृहस्पतिवार को डॉ. गुरमीत कौर से साथ शादी के बंधन में बंध गये। सामान्य समारोह में सिख रीति-रिवाज से विवाह की रश्म पूरी करके भगवंत और गुरमीत एक दूजे के हो गये। गुरमीत के साथ भगवंत की यह दूसरी, जबकि गुरमीत की पहली शादी है।
शादी समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी शरीक हुए और उन्होने पितास्वरुप नवदंपत्ति को सुखद गृहस्थ जीवन का आर्शीवाद दिया । शादी समारोह में बहुत ही खास और सीमित मेहमान बुलाये गये थे और शादी की सारी व्यवस्था आप नेता राधव चढ्ढा ने संभाली।
वर्ष 2015 में भगवंत मान का अपनी पत्नी इंद्रजीत कौर से तलाक हुआ था, तब वह लोकसभा की संगरुर सीट से आम आदमी पार्टी के सांसद थे। तलाक का कारण मान की राजनीति में व्यस्तता होने और परिवार को पर्याप्त समय न देना था।
उनकी पत्नी इंद्रजीत कौर चाहती थीं कि भगवंत मान राजनीति में न आकर फिल्मी दुनिया के लिए ही अभिनय को अपना करियर रखें, लेकिन भगवंत ने इससे साफ इंकार दिया था। उनका कहना था कि वह राजनीति में आकर पंजाब की जनता की सेवा करना चाहते थे। राज्य राजनीति में शीर्ष पद मुख्यमंत्री मिल जाने के बाद उन्हें अभिनय का करियर छोड़ने का कोई अफसोस भी नहीं रहा है।
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भगवंत मान ने अपनी मां और बहन की सलाह मानकर उनकी खुशी के लिए आज फिर से अपना घर बसाकर अपने नये गृहस्थ जीवन की शुरुआत की है। इस समय उनके राजनीतिक सितारे तो बुलंदी पर हैं ही, अब निजी जीवन में नई जीवन संगिनी मिल जाने से वे घर-परिवार की दृष्टि से कमजोर नहीं रह गये हैं।