CM Hemanta On Muslim: असम के मुख्यमंत्री कोई बयान दें और उस पर विवाद पैदा ना हो….ऐसा हो ही नहीं सकता है। क्योंकि असम के मुख्यमंत्री खुलेआम हिंदुत्व की बात करते हैं। जो कि कट्टरपंथियों और मौलानाओं को पसंद नहीं आती है। असम के मुख्यमंत्री की बात से मौलानाओं को मिर्ची लग जाती है। असम के मुख्यमंत्री के बयान के बाद अब सवाल पैदा हो रहे हैं। सवाल ये कि क्या 2041 तक असम एक मुस्लिम बहुल राज्य बन जाएगा। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने ऐसा बयान दिया है जिससे बाद राजनीतिक गलियारों में ही नहीं बल्कि मुस्लिम समाज से भी बयानबाज़ी शुरू हो गई है।असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि 2041 तक असम मुस्लिम बहुल राज्य बन जाएगा। यह एक वास्तविकता है और इसे कोई नहीं रोक सकता।’’ हिंदू समुदाय की आबादी हर 10 साल में करीब 16 प्रतिशत बढ़ रही है। हमारी सरकार ने मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या वृद्धि को कम करने के लिए कदम उठाए हैं।
हिमंता के इस बयान के बाद मुस्लिम धर्मगुरु बयानबाज़ी पर उतारू हैं। दरअसल एक रिपोर्ट के मुताबिक 2011 की जनगणना में असम में कुल मुस्लिम आबादी 1.07 करोड़ थी, जो कुल 3.12 करोड़ निवासियों का 34.22 प्रतिशत थी।राज्य में 1.92 करोड़ हिंदू थे, जो कुल आबादी का लगभग 61.47 प्रतिशत था। दूसरी ओर हिमंता ने कटाक्ष करते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा है।
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि को रोकने में कांग्रेस की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है.. अगर राहुल गांधी जनसंख्या नियंत्रण के ब्रांड एंबेसडर बन जाते हैं तो इस पर काबू पाया सकता है क्योंकि समुदाय केवल उनकी बात सुनता है। जाहिर है हिमंता के विरोधी अब जुबानी जंग पर उतारू है। दोनों ओर से शब्दभेदी बाण छोड़े जा रहे हैं। जाहिर है आने वाले दिनों में हिमंता के बयान पर राजनीति और ज्यादा गरमाएगी ।