भीलवाड़ा: राजस्थान में शहरों में साम्प्रदायिक तनाव कम होने की बजाय बढता ही जा रहा है। साम्प्रदायिक तनाव वाले शहरों की सूची में जोधपुर और भरतपुर से बाद अब भीलवाड़ा का नाम भी जुड़ गया है। भीलवाड़ा में अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों द्वारा एक हिन्दू युवक की हत्या किये जाने के बाद स्थिति बहुत तनाव पूर्ण है।
हिन्दू संगठनों में पनपे आक्रोश और भीलवाड़ा बंद किये जाने के आह्वान को देखते हुए गहलोत सरकार को भीलवाड़ा में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ी हैं। बुधवार सुबह छह बजे से बंद हुई इंटरनेट सेवाएं बृहस्पतिवार की सुबह छह बजे तक बंद रहेंगी।
भीलवाड़ा के शास्त्रीनगर में मामूली विवाद में मंगलवार की रात अल्प संख्यक वर्ग के लोगों ने आदर्श तापडिया (22) को चाकुओं से गोद दिया था। उसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। इसका पता चला करने पर विश्व हिन्दू परिषद, भारतीय जनता पार्टी और हिन्दू जागरण मंच के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ-साथ विहिप के विभाग मंत्री गणेश प्रजापति, भीलवाडा के शहर विधायक विठ्ठल शंकर अवस्थी भी जिला अस्पताल पहुंच गये थे। सभी ने हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर जमकर हंगामा किया था और गिरफ्तारी होने तक संघर्ष जारी रखने घोषणा करने से सरकार शहर में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ने के बीच इन संगठनों ने बुधवार को भीलवाडा बंद की घोषणा कर दी थी।
जिला प्रशासन ने दो समुदायों के बीच वैमनस्यता बढ़ने से रोकने के लिए आज (बुधवार) सुबह छह बजे से बृहस्पतिवार की सुबह छह बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद करवा दिया। प्रशासन ने शहर की स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया है।
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आपको बता दें कि इससे पहले राजस्थान के जोधपुर में दो समुदायों में झड़प और चाकुबाजी के बाद वहां 12 मई तक कर्फ्यू लगा हुआ है। इसके साथ ही भरतपुर में भी सिखों और मुस्लिमों के बीच भिंड़त हो गयी थी। शराब ने नशे में डीजे चलाने के विवाद में दोनों समुदायों के बीच जबरदस्त भिंड़त हो गयी थी, जिसमें 30 लोग घायल हो गये थे। इस मामले में दोनो पक्षों के 21 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें पूछताछ के बाद 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। घटना के बाद से वहां भी तनाव बरकरार है।