Uttarapradesh News: पुष्पक एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश का खुलासा, रेलवे ट्रैक पर मिला फायर एक्सटिंग्विशर
Conspiracy to overturn Pushpak Express revealed, fire extinguisher found on railway track
कानपुर : उत्तर प्रदेश में रेलवे की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए एक और साजिश का खुलासा हुआ है। इस बार मुंबई से लखनऊ जा रही पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाने की कोशिश की गई। रविवार सुबह करीब 4 बजे कानपुर के भीमसेन स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक संदिग्ध वस्तु पाई गई, जिसे देखते ही ट्रेन के लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। यह संदिग्ध वस्तु एक फायर एक्सटिंग्विशर (अग्निशामक यंत्र) था, जिसे पटरी पर इस तरह रखा गया था कि ट्रेन गुजरते समय बड़े हादसे की संभावना पैदा हो सकती थी।
फायर एक्सटिंग्विशर की पहचान और संभावित साजिश
रेलवे सूत्रों के अनुसार, पटरी पर पाया गया फायर एक्सटिंग्विशर गोरखपुर के कैरिज एंड वैगन डिपार्टमेंट का है। यह जांच का विषय है कि यह फायर एक्सटिंग्विशर ट्रैक पर कैसे पहुंचा। शुरुआती जांच में संदेह जताया जा रहा है कि यह किसी ट्रेन से गिरा हुआ हो सकता है, लेकिन इसे जानबूझकर भी ट्रैक पर रखा गया हो सकता है, ताकि कोई बड़ा हादसा हो सके।
पुष्पक एक्सप्रेस के लोको पायलट की सजगता से बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। जैसे ही पायलट ने ट्रैक पर संदिग्ध वस्तु देखी, उन्होंने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया और ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और फायर एक्सटिंग्विशर को कब्जे में ले लिया।
पिछले घटनाक्रमों ने बढ़ाई चिंताएं
यह घटना तब सामने आई है, जब पिछले कुछ महीनों में कानपुर क्षेत्र में रेल पटरियों पर संदिग्ध वस्तुएं मिलने की घटनाएं बढ़ गई हैं। 17 अगस्त को भीमसेन स्टेशन के पास साबरमती ट्रेन के 22 डिब्बे डिरेल हो गए थे, जिसके बाद से रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे थे। इसके कुछ दिन बाद, शिवराजपुर स्टेशन के पास कालिंद्री एक्सप्रेस के सामने रेलवे ट्रैक पर एक सिलेंडर मिला था, जिससे आतंकी गतिविधियों की आशंका जताई गई थी।
जांच में जुटी एटीएस और आईबी
पुष्पक एक्सप्रेस की इस घटना के बाद रेलवे पुलिस के साथ ही एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) और आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) भी मामले की जांच में जुट गई हैं। सभी एजेंसियां संदिग्धों की तलाश और इस साजिश के पीछे के मास्टरमाइंड को पकड़ने के प्रयास में लगी हुई हैं। अब तक कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, लेकिन किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने के लिए और जांच की जा रही है।
रेलवे सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
रेलवे सुरक्षा बल ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए कानपुर और आसपास के रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। ट्रैक की नियमित निगरानी बढ़ाने के साथ ही सुरक्षा कर्मियों की संख्या में इजाफा किया गया है।
यात्रियों से सतर्क रहने की अपील
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से भी सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर यात्रियों को किसी भी प्रकार की संदिग्ध वस्तु या गतिविधि नजर आती है, तो वे तुरंत इसकी सूचना रेलवे अधिकारियों या पुलिस को दें। ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए यात्रियों का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है।
सुरक्षा बढ़ाने के कदम
रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। ट्रैक पर नियमित पेट्रोलिंग, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को और अधिक पुख्ता बनाने के लिए विशेष टीमों का गठन भी किया जा रहा है, जो संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेगी और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहेगी।