नई दिल्ली: भारत में कोरोना से मौत को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जो रिपोर्ट दी है उसको लेकर पुरे देश में चर्चा है। दरअसल डब्ल्यूएचओ ने भारत में हुई मौतें को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। उस रिपोर्ट में महामारी के चलते करीब 47 लाख लोगों की मौत का अनुमान लगाया है। गुरुवार को डब्ल्यूएचओ की तरफ से जारी रिपोर्ट में यह कहा गया कि जनवरी 2020 से लेकर दिसंबर 2021 के बीच करीब 47 लाख लोगों की मौत हुई, जो कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े से करीब 10 गुणा अधिक है।
ये भी पढ़े-यूपी में माफिया राज होगा खत्म, मेरठ में ड्रग माफिया के बाद मीट कारोबारी पर पुलिस ने कसा शिकंजा
WHO के रिपोर्ट पर क्यों हो रहा है संदेह ?
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल और एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया सहित कई विशेषज्ञों ने रिपोर्ट को खारिज कर दगिया। नीति आयोग के सदस्य ने डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि भारत वैश्विक निकाय को पूरी विनम्रता से और राजनयिक चैनलों के जरिए, आंकड़ों और तर्कसंगत दलीलों के साथ स्पष्ट रूप से कहता रहा है कि वह अपने देश के लिए अपनाई गई कार्यप्रणाली से सहमत नहीं है।