BlogSliderTo The Pointउत्तर प्रदेशट्रेंडिंगन्यूज़

Deepotsav 2024 in Ayodhya: अयोध्या में दीपोत्सव 2024, 28 लाख दीपों से बनेगा नया विश्व रिकॉर्ड

Deepotsav 2024 in Ayodhya, new world record will be created with 28 lakh lamps

Deepotsav 2024 in Ayodhya: अयोध्या, राम नगरी में इस साल होने वाले दीपोत्सव की तैयारी जोरों पर चल रही है। दीपोत्सव 2024 में अयोध्या को 28 लाख से ज्यादा दीपकों से रोशन करने की योजना बनाई गई है, जिससे एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया जाएगा। अवध विश्वविद्यालय ने इस आयोजन के लिए अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, जिसमें करीब 32,000 से ज्यादा वॉलंटियर्स भी भाग लेंगे। इस वर्ष का दीपोत्सव न सिर्फ ऐतिहासिक होगा, बल्कि इसमें स्थानीय कुम्हारों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी, जिनकी जीवनशैली में इस आयोजन ने बड़ा बदलाव लाया है।

कुम्हार बस्ती में दीपकों का निर्माण तेजी से जारी


अयोध्या के पास स्थित कुम्हार बस्ती इस साल के दीपोत्सव के लिए दिए बनाने में जुटी है। जब से अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत हुई है, तब से ही यहां के कुम्हार इस भव्य आयोजन के लिए दिए बना रहे हैं। इस वर्ष के दीपोत्सव के लिए करीब 20 लाख दीपक पहले ही तैयार किए जा चुके हैं और इन दीपों को हनुमान गुफा में रखा जा रहा है। शेष दीपों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है और दीपोत्सव के दो दिन पहले तक सभी दीपक तैयार हो जाएंगे।

राम की पैड़ी पर दीयों की सजावट 28 अक्टूबर से


दीपोत्सव के लिए 28 अक्टूबर से राम की पैड़ी पर दिए सजाने का काम शुरू हो जाएगा। यह भव्य आयोजन 30 अक्टूबर को अपने चरम पर पहुंचेगा, जब दीपों में तेल डाला जाएगा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में इन दीपों को प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की जाएगी।

दीपोत्सव ने बदली कुम्हारों की जीवनशैली


अयोध्या का दीपोत्सव न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे स्थानीय कुम्हारों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ है। कुम्हार बस्ती के लोग, जो पहले सीमित साधनों पर निर्भर थे, अब दीपोत्सव के कारण बड़े पैमाने पर दिए बना रहे हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो रही है और जीवनशैली में बदलाव आ रहा है।

वॉलंटियर्स की भूमिका और योगदान


इस वर्ष के दीपोत्सव में लगभग 32,000 से अधिक वॉलंटियर्स शामिल होंगे, जो दीप जलाने और सजाने का कार्य करेंगे। वॉलंटियर्स के समर्पण और कठिन परिश्रम से ही इस विशाल आयोजन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जाएगा और एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया जाएगा।

Written By। Mansi Negi । National Desk। Delhi

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button