Kidney Transplants Racket: अक्सर हम किडनी ट्रांसप्लांट के बारे में सुनते है और यह भी की यह गैर कानूनी है। इसी बीच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक और किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का पर्दाफाश किया है जिस वजह से दिल्ली क्राइम ब्रांच सुर्खियों में हैं। किडनी ट्रांसप्लांट मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गलत तरीके से किडनी ट्रांसप्लांट का काम कर रहे थे। यह पूरा रैकेट देश के 5 राज्यों के अस्पतालों में चलाया जा रहा था। इन सभी अस्पतालों में जाली कागज दिखाकर यह काम किया जाता था।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए 8 आरोपियों को अपने गिरफ्त में कर लिया है और इसके बाद आगे की जांच शुरू कर दी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस मामले में और लोगों की सम्मिलित होने की संभावनाएं हैं जिनकी तलाश की जा रही है। वहीं इस मामले को लेकर क्राइम ब्रांच की ओर से भी प्रेस कांफ्रेंस बुलाई जाएंगी। यह प्रेस कांफ्रेंस आज यानी शुक्रवार सुबह 11 बजे पुलिस मुख्यालय में होगी, जिसमें पूरे रैकेट के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इस से पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 9 जुलाई को एक इंटरनेशनल किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट को भी गिरफ्तार किया था जिसमें ऑर्गन ट्रांसप्लांट रैकेट एक किडनी डोनर से 4 से 5 लाख रुपए में एक किडनी लेते थे और उसी किडनी को दुसरे व्यक्ति को 20 से 30 लाख रुपए में बेचते थे। इस मामले में जाने-माने अस्पतालों की एक महिला डॉक्टर के साथ 7 और लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि इंटरनेशनल किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट में गिरफ्तार लोगों के तार बांग्लादेश से जुड़े हुआ था। यह भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर किडनी रैकेट को चला रहे थे। यह भी बताया गया कि यह पूरा रैकेट नोएडा के एक निजी अस्पताल में काम करता था और 2021 और 2023 के बीच करीब 15 से 16 किडनी ट्रांसप्लांट भी कर चुके है।