Delhi Latest Political News: दिल्ली शराब घोटाले में विजय नायर फिर पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodiya) के कविता और अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) जेल चले गए हैं। वो भी उस वक्त में जब लोकसभा चुनाव सिर पर है…पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं। ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के दावे किये जा रहे हैं…लेकिन अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के लिए जैसे मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है…वो चुनावी प्रचार से दूर तिहाड़ जेल में अब वक्त बिताएंगे…। शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 15 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा है। सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को तिहाड़ की दो नंबर जेल में रखा जाए रहा है।
पहले दिल्ली के सीएम केजरवील (Arvind Kejriwal) को जेल जाना पड़ा, फिर दिल्ली के एक बड़े मंत्री ने पद और पार्टी छोड़ दी और अब AAP कह रही है कि BJP दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है।मतलब आम आदमी पार्टी (AAM AADMI PARTY) पर एक के बाद एक मुसीबत आती ही जा रही । हालांकि दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी aatishi )ने राष्ट्रपति शासन की आशंका के पीछे जो वजह बताई है, वो गले के नीचे उतरना थोड़ा मुश्किल है… दरअसल आतिशी ने सुबह-सुबह प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि दिल्ली सरकार (Delhi Government) के अफसर मीटिंग में नहीं आ रहे हैं, ये अफसर आचार संहिता का बहाना बना रहे हैं। साथ ही, नए अफसरों की पोस्टिंग नहीं हो रही है। सीएम केजरीवाल के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया गया है और इन्हीं सब कारणों को उन्होंने राष्ट्रपति शासन लगाने की थ्योरी बता दी।
दिल्ली सरकार के दूसरे मंत्री सौरव भारद्वाज (Saurav Bharadwaj) का राजधानी में संवैधानिक संकट और राष्ट्रपति शासन पर कुछ और ही कहना है। सौरव भारद्वाज कहते हैं कि लोग कह रहे हैं और अख़बारों में छप रहा है। ऐसे में सवाल यही है कि आप के मन में चल क्या रहा है… आखिर दिल्ली में राष्ठ्रपति शासन वाली साज़िश का सच क्या है.. आप के इन आरोपों का आधार क्या है ? क्या आम आदमी पार्टी के भीतर भगदड़ की स्थिति है.. और क्या सचमुच दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की गुंजाइश है।
अब सवाल ये बरकरार है कि क्या देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा। क्योंकि बीजेपी के नेता लगातार अरविंद केजरीवाल से इस्तीफा मांग रहे हैं। हालांकि ये बात अलग है कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेता लगातार ये दावा कर रहे हैं कि सरकार जेल से ही चलेगी। अरविंद केजरीवाल को ना तो सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल पाई है और ना ही हाई कोर्ट से राहत मिली है।
बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी युद्ध में सबसे ज्यादा नुकसान दिल्ली की जनता का हो पा रहा है। क्योंकि नेता तो चुनाव में फिर व्यस्त हो गए हैं। बस दिल्ली की जनता अनाथ हो गई है। ना तो उनका राजा है और ना ही जनता की सुनने के लिए कोई विधायक आ रहे हैं।