देश के कई हिस्सों में हो रही बारिश अब धीरे-धीरे थमने लगी है, लेकिन इसका असर अभी भी कई राज्यों में देखा जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में मॉनसून का प्रभाव अब कम हो रहा है, जबकि कुछ क्षेत्रों में अभी भी बारिश की संभावना बनी हुई है। दिल्ली-एनसीआर में आज बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना जताई गई है, वहीं उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण पिछले 24 घंटों में 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
दिल्ली-एनसीआर का मौसम
आज के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में दिनभर बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कहा है कि दिल्ली में भारी बारिश की संभावना कम है, लेकिन कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश हो सकती है। हालांकि, मौसम शुष्क रहेगा और आंशिक बादल छाए रहेंगे। तापमान की बात करें तो आज अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
मॉनसून अब धीरे-धीरे राजधानी क्षेत्र से विदा ले रहा है, जिससे बारिश की तीव्रता में कमी आ रही है। लेकिन हवा में नमी और बादलों की उपस्थिति के कारण उमस बनी रह सकती है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में मौसम शुष्क रहेगा और बारिश की संभावना बहुत कम होगी।
उत्तर प्रदेश में बारिश का कहर
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश का कहर अब भी जारी है। राज्य के मेरठ जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान अत्यधिक बारिश के कारण हुए हादसों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे राज्य में पिछले 24 घंटों में बारिश जनित घटनाओं में 14 लोगों की जान गई है। भारी बारिश के कारण राज्य के कई जलभरण क्षेत्रों में पानी का स्तर बढ़ गया है और गंगा, शारदा और घाघरा जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, गंगा नदी बदायूं के कछला ब्रिज, यमुना नदी औरैया, कालपी, जालौन और हमीरपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा शारदा नदी लखीमपुर खीरी और बाराबंकी में भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई निचले इलाकों और कॉलोनियों में बाढ़ का पानी घुस गया है। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। बदरा सोनौटी और भगेसर दिल्ली गांवों में बाढ़ प्रभावित लोगों को निकालने के लिए नौकाओं की मदद ली जा रही है। राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में पिछले 24 घंटों में औसतन 2.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम का हाल
हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद आई समस्याओं के कारण राज्य में कुल 38 सड़कें बंद हो गई हैं और 11 बिजली आपूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) की रिपोर्ट के अनुसार, बारिश के बाद कई क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग ने राज्य के छह जिलों में तेज हवाएं और गरज के साथ बौछारें पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में अगले कुछ दिनों तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है, और 21 सितंबर तक बारिश का अनुमान है। शनिवार शाम से लेकर अब तक कसौली में सबसे अधिक 53 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
राज्य के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और सड़कों के बाधित होने की घटनाएं सामने आई हैं। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है।
अन्य राज्यों का मौसम
उत्तराखंड में भी बारिश का असर जारी है और यहां कुछ क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। मौसम विभाग ने यहां भी अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही, बिहार के कुछ इलाकों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है, जहां पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
मॉनसून की विदाई का समय
मॉनसून की विदाई का समय अब नजदीक आ रहा है, और उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में इसका असर कम होता जा रहा है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में अब भी बारिश जारी है, लेकिन आने वाले दिनों में इसमें कमी आने की संभावना है।
देश के कई हिस्सों में बारिश का दौर अब खत्म होने की ओर है, और आने वाले दिनों में मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है। मॉनसून की विदाई के साथ ही तापमान में धीरे-धीरे गिरावट देखी जा सकती है, जिससे ठंड का आगमन होगा।