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Deputy Director of Uttar Pradesh: यूपी में स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर गंगा नदी में नहाते समय डूबे, NDRF कर रही है तलाश

Deputy Director of Health Department in UP drowned while bathing in Ganga river, NDRF is searching for him

Deputy Director of Uttar Pradesh: नानामऊ घाट उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिल्हौर थाना क्षेत्र में स्थित है। यह गंगा नदी का घाट है। यहां आमतौर पर बड़ी संख्या में लोग स्नान करने आते हैं। घाट पर एक बड़ा हादसा हो गया है। वाराणसी में तैनात स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव अपने दोस्तों के साथ नहाने आए थे। इसी दौरान उनका पैर फिसला और वो डूब गए। आदित्य उन्नाव का निवासी है। इसकी जानकारी जैसे ही परिजनों को हुई तो परिवार में कोहराम मच गया। वो उन्नाव के बांगरमऊ थाने के बेहट मुजावर थाना क्षेत्र के कबीरपुर खंभौली गांव के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी महाराष्ट्र के अकोला जिले में जज हैं।

आदित्य के साथ नहाने आए उसके दोस्तों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे। उनका आरोप है कि जब उन्होंने पास में मौजूद नाविक से मदद मांगी तो वह पैसे मांगने लगा। ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के बाद दोस्तों ने नाविक की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला।

गंगा स्नान के बाद मुझे अपने पैतृक गांव जाना था

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कबीरपुर खंभौली निवासी रमेश चंद्र सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर हैं। वह फिलहाल लखनऊ के अलीगंज मोहल्ले में मकान बनवाकर रह रहे हैं। उनके 44 वर्षीय बेटे आदित्य वर्धन गौरव वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग में उप निदेशक के पद पर तैनात हैं। आदित्य वर्धन गौरव अपने लखनऊ निवासी दोस्तों योगेश्वर मिश्रा और प्रदीप तिवारी के साथ शनिवार को गंगा स्नान करने आया था। गंगा स्नान के बाद उसे अपने पैतृक गांव कबीरपुर खंभौली जाना था। लेकिन इससे पहले ही वह गंगा नदी में डूब गया।

तलाश में जुटी एनडीआरएफ

बताया जा रहा है कि, गंगा नदी में नहाते समय आदित्य का अचानक पैर फिसल गया। वह गहरे पानी में चला गया। वहां मौजूद उसके दोस्तों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। सूचना मिलते ही उसके पैतृक गांव में परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन गंगा किनारे पहुंचे। गंगा में डूबे डिप्टी डायरेक्टर के परिजनों ने कानपुर नगर के कमिश्नर को फोन किया। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम भेजी गई। टीम स्टीमर से डूबे डिप्टी डायरेक्टर की तलाश में जुटी है।

आदित्य को बचाने के लिए मांगे गए थे 10 हजार रुपये

डूबते समय आदित्य वर्धन मदद के लिए चिल्लाता रहा। इस बीच आदित्य के दोस्त प्रदीप ने घाट पर नाव चलाने वाले शैलेश कश्यप से उसे बचाने की गुहार लगाई। शैलेश ने कहा कि पहले 10 हजार रुपये ऑनलाइन जमा करो, फिर जाएंगे। खाते में पैसे ट्रांसफर होने में समय लगा। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आदित्य गंगा नदी की तेज धारा में लापता हो गया। हालांकि इस बीच नाविक शैलेश भाग निकला।

Written By। Chanchal Gole। National Desk। Delhi

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