Uttrakhand Flood News : उत्तराखंड के खटीमा में आसमानी आफत है। जहां नजर जाती है वहां पानी ही पानी नजर आ रहा है। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में खटीमा मैदानी इलाका है, पिछले कुछ दिनों से पहाड़ों पर भारी बारिश हो रही है और मानो पहाड़ों का पूरा पानी खटीमा में आकर ठहर गया हो खटीमा का ये पूरा इलाका झील में तब्दील हो गया है।
आसमानी आफत की ये घुसपैठ खटीमा से लेकर कुमांऊ रीजन के दूसरे इलाकों टनकपुर और बनबसा तक फैली है… सीएम पुष्कर सिंह धामी बाढ़ प्रभावित इन इलाकों का हवाई दौरा भी कर रहे हैं। आसमान से आफत का नजारा डरावना है। हल्द्वानी में सड़क पर पानी के तेज बहाव में एक बाइक सवार फंस गया।
हल्द्वानी में ही रामनगर हाईवे पर पुलिया टूट चुकी है तो दूसरी नैनीताल में बारिश पर ब्रेक नहीं लग रहा। वहीं करौली में तेज बारिश के चलते लगभग 7 साल पहले बनी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। पहाड़ो पर हो रही लगातार बारिश से यूपी के मैदानी इलाकों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.. जलस्तर बढ़ने पर पीली डैम से पानी छोड़ा गया है जिसके बाद से इलाके के कई गांवों के डूब जाने का खतरा बढ़ गया है। दूसरी ओर यूपी के गोंडा-बहराइच के साथ पड़ोसी देश नेपाल को जोड़ने वाले संजय सेतु में दरारे पड़ गई हैं। लोग यहां डरे हुए हैं।
वहीं यूपी के शाहजहांपुर में पांच मुख्य नदियां उफान पर हैं। आलम यह है कि नदियों से आई बाढ़ का पानी सैकड़ो मकान में घुस गया है। देश की राजधानी दिल्ली भी दलदल बन गई है। दिल्ली के कई इलाकों में ऐसा लग रहा है जैसे दिल्ली किसी टापू पर बसी हुई हो। यहां दिल्ली की सरहद पर बारिश बंद होने के बाद भी बुराड़ी के इस इलाके में सड़के पानी में मानो जैसे तैर रही हों
बस्ती जिले में घाघरा नदी के तेजी से बढ़ रहे जल स्तर ने लोगों की नींद उड़ा दी है, इस समय नदी खतरे के निशान से 0.38 मीटर नीचे बह रही है। बाढ़ बारिश के साथ साथ बीमारियों का भी खतरा बढ़ गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री मुताबिक राज्य में 7 हजार से ज्यादा डेंगू के मामले आ चुके हैं। जिनमें सात लोगों की मौत भी हो चुकी है। हालात से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर इस मोर्चे पर भी तैयारी हो रही है।