National Cancer Awareness Day: भारत में कैंसर के 60-70% मामलों का पता तीसरी और चौथी स्टेज में ही लगता है। यही वजह है कि भारत में कैंसर मरीज का सर्वाइवल रेट कम है। कैंसर से बचने के लिए स्क्रीनिंग जरूरी है और शरीर में होने वाले बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 12 नवंबर को कैंसर जागरूकता दिवस (National Cancer Awareness Day) मनाया जाता है।
इसे लोगों की अनदेखी ही कहेंगे कि भारत में कैंसर ( cancer) के 60 से 70 % मामलों का पता तीसरी या चौथी स्टेज में लगता है। वहीं, विदेशों में इतने मामलों की जानकारी पहली या दूसरी स्टेज में ही हो जाती है। जिससे मरीज के स्वस्थ होने की संभावना कहीं ज्यादा बढ़ जाती है। लोग कैंसर (cancer) के प्रति जागरूक रहें, इसलिए हर वर्ष 12 नवंबर को कैंसर (cancer) जागरूकता दिवस मनाया जाता है। जिसके तहत ऐसे मरीजों की स्क्रीनिंग की जाती है, जिन्हें कैंसर होने की थोड़ी सी भी आशंका होती है। डॉक्टर्स का दावा है कि अगर समय से इस बीमारी का पता चल जाए तो तीसरे स्टेज तक के मरीज को भी बचाया (National Cancer Awareness Day) जा सकता है। सबसे जरूरी है कि कैंसर (cancer) को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए और शरीर में कुछ भी अलग महसूस होने पर उसकी वक्त रहते जांच करवा ली जाए।
इनको बिल्कुल न करें नजरअंदाज
उन्होंने कहा कि 20 वर्ष की आयु के बाद सभी लोगों को खास तौर पर जिनके परिवार में किसी को कैंसर ( cancer) की बीमारी रही हो, उन्हें कैंसर स्क्रीनिंग प्रोग्राम (cancer screening programme) में भाग लेना चाहिए। इससे पहली या दूसरी स्टेज में ही कैंसर ( cancer) जैसी बीमारी का पता चल सके। शरीर में कुछ भी बदलाव महसूस होने पर, गांठ होने पर, मुंह में अल्सर होने पर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। वक्त रहते उपचार शुरू होने से मरीज की जान (National Cancer Awareness Day) बचाई जा सकती है।
चौथी स्टेज तक भी उपचार संभव
सीनियर ENT स्पेशलिस्ट बताते हैं कि वह हर महीने ओरल कैंसर ( Oral cancer) के लिए जागरूकता और जांच शिविरों का आयोजन किया जाता है। cancer का तीसरी स्टेज तक और कुछ मामलों में चौथी स्टेज तक भी उपचार संभव है, मगर इसमें जागरूकता की बहुत जरूरत होती है। आजकल बदली जीवनशैली की वजह से कैंसर ( cancer) के मामले बढ़ रहे हैं। लोगों को संतुलित जीवनशैली को अपनाना चाहिए और शरीर में होने वाले किसी भी बदलाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
ओरल कैंसर (oral cancer) की बात करें तो दांत के हिलने, मुंह में मिर्च अधिक लगने, बार-बार छाले होने, बिना दर्द वाली गांठ या मुंह से बिना वजह ब्लीडिंग होने को हल्के में नहीं लेना (National Cancer Awareness Day) चाहिए। इनकी तुरंत गहन जांच करवानी चाहिए। कई बार कैंसर में किसी प्रकार का कोई लक्षण नहीं होता है, मगर मामूली बदलाव महसूस होता है, उसे भी गंभीरता से लेना (National Cancer Awareness Day) चाहिए। डॉक्टर बता हैं कि कैंसर का जितनी जल्दी पता चलता है इलाज उतना ही सरल हो जाता है।
एडवांस थैरेपी भी है कारगर
बता दें कैंसर के इलाज के लिए अब एडवांस थैरेपी भी आ गई हैं। पहले कीमो थैरेपी बहुत कष्टदायक होती थी और पूरे शरीर पर उसका प्रभाव पड़ता था, मगर अब टारगेट थैरेपी उपलब्ध है। जो महज कैंसर टिशू पर ही प्रभाव डालती है और शरीर के अन्य हिस्से उससे सुरक्षित (National Cancer Awareness Day) रहते हैं। इसके अलावा भी कई और थैरेपी उपलब्ध हैं। हालांकि ये सभी थैरेपी काफी महंगी हैं।
ये सावधानी बरतें
• शराब और तंबाकू से पूरी तरह दूरी बनाए
• फास्टफूड (fastfood) और जंकफूड (junkfood) का सेवन न करें
• रोज व्यायाम जरूर करें और पौष्टिक आहार लें
• देर रात तक जागने से बचें, सुबह जल्दी उठें
• प्रतिदिन कम से कम 8 गिलास पानी अवश्य पीएं
• मौसमी फलों का सेवन जरूर करें
• शरीर में acid की मात्रा न बढ़ने दें
• शरीर में किसी भी तरह के बदलाव पर डॉक्टर से संपर्क करें