झारखंड़ में सड़कों पर जगह-जगह दुमका की अंकिता को इंसाफ दिलाने के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं । पाँच दिन से ज़िंदगी के लिए लड़ने वाली अंकिता आज मौत के आगे हार गयी । 23 अगस्त को अंकिता को शाहरूख नाम के लड़के ने फ़ोन पर बात करने के लिए मना करने पर पेट्रोल से जिंदा जला दिया ।पांच दिन तक जिंदगी की जंग लड़ रही दुमका की अंकिता आखिरकार हार गई. रांची के रिम्स में आज सुबह उसकी मौत हो गई । मौत की खबर मिलते ही जनता आक्रोश में आकर सड़को पर निकल आयी और दुमका टॉवर चौक पर जाम लगा दिया ।
घटना 23 अगस्त को अंजाम दी गयी
ये घटना 23 अगस्त सुबह चार बजे हुई । अंकिता के अलावा घर में दादा-दादी, पिता और भाई भी मौजूद थे । अंकिता को जबतक कुछ पता चलता तबतक वो आग की लपटों में जल रही थी । उसको बचाने तक वो आधा जल चुकी थी । उसे तुरंत दुमका के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया । मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने अंकिता का बयान लेकर शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया । अंकिता अभी 12वीं कक्षा की छात्रा थी । शाहरुख उसे फोन करके परेशान करता था और ना बात करने पर जान से मारने की धमकी दी थी ।
पुलिस मौजूदगी में निकाली गयी अंकिता की शवयात्रा
कड़ी सुरक्षा के बीच अंकिता की अर्थी को घर से निकाला गया. बेतिया घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. बड़ी संख्या में दुमका के लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए । इस शवयात्रा में पुलिस का कड़ा इंतज़ाम था ।
अंकिता की दादी ने आरोपी को जल्द से जल्द सज़ा दिलाने की माँग की है । उनका कहना है कि वो बहुत बुढ़ी हो चुकी हैं इसलिए वो चाहती है कि आरोपी को जल्दी से फाँसी हो जाए ।
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