Bihar Political News: आज क्या होगा कोई नहीं जानता। खबर तो यह है कि लालू यादव परिवार से कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी गिरफ्तार हो सकते हैं। आज अगर ये दोनों परिवार बच भी जाएँ तो इनकी गिरफ्तारी से कोई अब बचा नहीं सकता। बीजेपी के भीतर भी अब इस बात की चर्चा होने लगी है कि अब सब कुछ फिनिश हो जाएगा। यानी गिरफ्तारी हो जाएगी।
लेकिन अब इस गिरफ्तारी में नीतीश कुमार की कितनी सहभागिता है यह तो कोई नहीं जानता लेकिन कई जगह से यह खबर मिल रही है कि यह बीजेपी और नीतीश का बड़ा ऑपरेशन है। में सबसे पहले झारखंड को अपने कब्जे में लेना है और फिर लालू परिवार को जेल में बंद करना है ताकि अगले लोकसभा चुनाव में सब कुछ आसान हो जाए।
नितीश कुमार इंडिया गठबंधन को बनाकर पहले मोदी को सत्ता से अलग रखना चाहते थे लेकिन अब वे किसी भी तरह से मोदी को फिर से पीएम बनाने को तैयार है। कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश को दिल्ली की राजनीति में भेज दिया जाएगा। उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनया जा सकता है यह कोई और भी बड़ा पद दिया जा सकता है। खबर ये भी है अगला साल के विधान सभा चुनाव में नीतीश के चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ेगी बीजेपी। इसलिए अब यह भी तय हो गया है कि अब अगला चुनाव बीजेपी वनाम राजद और महागठबंधन के बीच ही होना है।
लेकिन अभी जो लालू के खिलाफ ईडी की कार्रवाई चल रही है उसका क्या होगा इस पर सभी राजनीतिक दलों में चुप्पी छाई हुई है।
आज सुबह से ही लालू यादव की पूछताछ ईडी कार्यालय में हो रही है। बाहर राजद के लोग खड़े हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। ईडी की यह पूछताछ नौकरी के बदले जमीन मामले को लेकर है। बता दें कि लालू और उनके परिवार पर यह आरोप है कि लालू जब रेल मंत्री थे तब नौकरी के बदले उन्होंने जमीन लिया था और इस खेल में उनके परिवार के और लोग भी शामिल थे। इस मामले में तेजस्वी यादव को भी 30 तारीख को ईडी के सामने पेश होना है। नौकरी के बदले जमीन का यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है।
उधर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भी आज ED की जांच चल रही है। ईडी आज दिल्ली में हेमंत सोरेन की घर और झारखंड भवन पर दबिश बनाये हुए है। उम्मीद की जा रही है कि हेमंत की गिरफ़्तारी जल्द ही हो सकती है।
सूत्रों से मिल रही खबर के मुताबिक़ बीजेपी की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि अभी तक झारखंड को वह अपने पाले में नहीं ला सकी है। बीजेपी हालांकि लम्बे समय से झारखंड को अपने हाथ में लाने को तैयार है और इसकी कोशिश भी वह करती है लेकिन अभी तक उसे लाभ नहीं मिला है। पिछले साल बीजेपी ने बड़ा ऑपरेशन चलाया था लेकिन वह भी सफल नहीं हो पाया। लेकिन इस बार अब माना जा रहा है कि नीतीश के सहयोग से बीजेपी को और बड़ा ऑपरेशन चलकर झारखंड को अपने कब्जे में कर सकती है ताकि देश के तमाम हिंदी राज्य उसके कब्जे में आ जाए। और इसके लिए हेमंत की गिरफ्तारी जरुरी है। जानकार कह रहे हैं कि जिस तरह से ईडी को टास्क दिया गया है उस हिसाब से हेमंत की गिरफ़्तारी अब जल्द ही हो सकता है। कहा जा रहा है कि ईडी के इस खेल को अब बीजेपी के साथ ही नीतीश कुमार भी आगे बढ़ाएंगे।