हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार में गुरुवार रात सिडकुल स्थित एक नामी फैक्ट्री में हुई फायरिंग से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। इस दुस्साहसिक घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हरिद्वार पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए शुक्रवार सुबह दोनों आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दोनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती करायाएनकाउंटर
घटना का पूरा विवरण
गुरुवार रात सिडकुल थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक बड़ी फैक्ट्री के बाहर आयुष तोमर और कपिल विश्नोई नाम के दो बदमाशों ने अवैध हथियारों से फायरिंग कर दी, जिससे फैक्ट्री में मौजूद पांच लोग घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, फायरिंग से पहले आयुष, कपिल और अन्य चार लोगों—धनुष, मोहित, राहुल, विकास—के बीच शराब पीते समय विवाद हुआ था। जब यह विवाद बढ़ा, तो आयुष और कपिल ने अपने साथियों पर हमला कर दिया।
घायल साथी खुद को बचाने के लिए फैक्ट्री में भागे, लेकिन हमलावर उनका पीछा करते हुए फैक्ट्री के अंदर तक पहुंच गए और वहां भी गोलियां चलाईं। इस फायरिंग में फैक्ट्री के सुपरवाइजर निशांत और विनोद बिष्ट, गार्ड अभिषेक, हेल्पर शुभम, और ड्राइवर कुलदीप व रोहित छर्रे लगने से घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद पुलिस को सूचित किया गया, और सिडकुल थाना प्रभारी मनोहर भंडारी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। घायलों को अस्पताल ले जाया गया और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और एनकाउंटर
फैक्ट्री में हुई इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की कई टीमें गठित की गईं और पूरे क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया गया। शुक्रवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि दोनों आरोपी बाइक पर सवार होकर हरिद्वार में घूम रहे हैं। चिन्मय डिग्री कॉलेज के पास पुलिस की टीम ने आरोपियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन बदमाश पुलिस को देखते ही भागने लगे।
भागने के दौरान दोनों बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग भी की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की, जिसमें दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी और उन्हें पकड़ लिया गया। इस मुठभेड़ के बाद आयुष और कपिल को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
एसपी सिटी का बयान
हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने मुठभेड़ के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए बदमाशों ने गुरुवार रात सिडकुल स्थित फैक्ट्री में फायरिंग कर पांच लोगों को घायल किया था। उन्होंने कहा कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते दोनों बदमाशों को 7 घंटे के अंदर पकड़ लिया गया। बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की जा रही है और इस मामले में और भी जानकारी जुटाई जा रही है।
एसपी सिटी ने यह भी बताया कि पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पूरी सावधानी बरतते हुए बदमाशों को काबू में किया। पुलिस को उम्मीद है कि गिरफ्तार बदमाशों से अन्य अपराधियों और आपराधिक नेटवर्क के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती हैं।
पृष्ठभूमि और घटना का कारण
फायरिंग की इस घटना का कारण आपसी विवाद बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, गुरुवार शाम आयुष, कपिल, धनुष, मोहित, राहुल, विकास और अमरीश शिवालिक नगर क्षेत्र में शराब पी रहे थे, तभी किसी बात को लेकर उनका झगड़ा हो गया। झगड़े के बाद आयुष और कपिल ने अवैध हथियारों से फायरिंग कर दी और पांच लोगों को घायल कर दिया।
घटना के बाद सभी घायल अपने बचाव के लिए फैक्ट्री के अंदर भागे, लेकिन हमलावर वहां भी उनका पीछा करते हुए घुस गए और फायरिंग की। पुलिस का कहना है कि यह मामला आपसी रंजिश का प्रतीत होता है, और पुलिस इस पहलू की गहराई से जांच कर रही है।
मुठभेड़ से पहले की छानबीन
फायरिंग के बाद, सिडकुल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था और आस-पास के सभी क्षेत्रों में पुलिस द्वारा चेकिंग की जा रही थी। पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी थीं और अंततः शुक्रवार सुबह मुठभेड़ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से इलाके में राहत का माहौल है, और लोगों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की है।
आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई
हरिद्वार पुलिस ने इस घटना के बाद कड़ी सुरक्षा और जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। आरोपियों के खिलाफ अवैध हथियार रखने और जानलेवा हमला करने के तहत कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी किसी बड़े आपराधिक गिरोह से जुड़े हुए हैं या नहीं। इसके अलावा, घटना में इस्तेमाल किए गए हथियारों की वैधता की भी जांच की जा रही है।