Exam tips: एग्ज़ाम में कम नंबर से न हों दुखी, इस ट्रिक से आपके नंबर हो जाएंगे डबल
नई दिल्ली: देश में कहीं बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं, तो कहीं शिक्षा के नये सत्र की शुरूआत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षा जारी हैं। 10वीं और 12वीं की कक्षाएं बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। सही मायने में भावी करियर का आधार ही इन कक्षाओं की परीक्षाएं हैं। कम नंबर आने पर बच्चों का निराश होना स्वाभाविक है लेकिन तमाम ऑप्शन हैं, जिससे वे कम अंक वाले बच्चे आगे की पढाई बेहतर कर सकते हैं।
परीक्षा के दिनों में तनाव और चिंता से घिरना आम
परीक्षा एक ऐसा शब्द है जिससे अधिकांश बच्चे नर्वस रहते हैं। वे तनाव और चिंता से घिर जाते हैं। अनुभवी शिक्षक मानते हैं कि जो बच्चे सत्र के आरंभ से पढ़ाई नहीं करते, वे एग्जाम के समय ही पढते हैं, जिससे परीक्षा की तैयारी अच्छी न होने पर ऐसे बच्चों में डर बैठा होता है। एग्जाम के दौरान सभी पेरेंट्स को चाहिए कि वे अपने बच्चों को रिलैक्स रखने का प्रयास करें।
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पेरेंट्स का बच्चों पर अच्छे नंबर लाने का प्रेशर ठीक नहीं
जिन बच्चों पर पेरेंट्स का अच्छे नंबर लाने का प्रेशर होता है, वे परीक्षा के दौरान ज्यादा घबराये होते हैं। एग्जाम के दिनों में बच्चों को स्ट्रेस बिल्कुल न दें, उन्हें अपने ढंग से तैयारी करके पेपर देने दें। अगर उनके अंदर परीक्षा का डर होगा, तो वे सवालों के उत्तर याद होते हुए भी ठीक से नहीं लिख पायेंगे। ऐसे में उनके कम नंबर आ सकते हैं, इसलिए एग्जाम को लेकर बच्चों पर किसी भी तरह का प्रेशर ठीक नहीं।
बच्चों को सकारात्मक बातों से करें प्रेरित
एग्जाम को लेकर बच्चों से हमेशा सकारात्मक बात करें। बातचीत के दौरान उनकी हर बातें ध्यान से सुनें और उन्हें प्रोत्साहित करें। यदि वे किसी व्यवहारिक समस्या को रखते हैं तो उसका हल करने का प्रयास करें। यदि पेरेंट्स अपने बच्चों को प्रेरित करेंगे, तो इससे उनमें आत्म विश्वास बढेगा और निश्चय ही वे परीक्षा में अपेक्षित मार्क्स प्राप्त कर सकेंगे।