बुलंदशहर: प्रदेश की योगी सरकार का अपराध करने वालों पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। माफियाओं और गैंगस्टरों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही बुलडोजर कार्रवाई का इतना अपराधियों में भारी खौफ है। इसका उदाहरण उस समय देखने को मिला, जब यहां सिकन्दराबाद क्षेत्र में रहने वाले हत्या प्रयास के दो आरोपी मुठभेड में मारे जाने के डर से खुद ही अपने गले में तख्ती डालकर थाने में आत्म समर्पण करने पहुंच गये।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सिकन्दराबाद में रहने वाले अतीक और शाहरुख के खिलाफ हत्या प्रयास की आईपीएस की धारा-307 के मुक़दमे में वांछित थे। इन दोनों ने एक युवक पर हमला किया था। अतीक और शाहरुख को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम दो दिन पहले उनके घरों पर दबिश देने गई तो इन दोनों ने अपने परिजनों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर ही हमला बोल दिया था और वे फरार होने में कामयाब हो गये थे। इसके बाद पुलिस उन दोनों और पुलिस पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश डाल रही थी।
पुलिस की सख्ती देख अतीक और शाहरुख में डर लगाने लगा कि पुलिस मुठभेड में गोली मार सकती है। बस इसी खौफ से उन्होनें थाने जाकर पुलिस के सामने सरेंडर करने का निर्णय लिया और दोनों सुबह ही अपने गले में आत्मसर्मपण की तख्ती डालकर सिकन्दराबाद थानें में पहुंच गये। गले में लिखी तख्ती पर लिखा था कि हम हम अपराध की दुनिया छोड़कर मुख्य धारा में आना चाहते हैं। थाने पहुंचने पर कोतवाल ने उन्हें वांछित मामले में उन्हें गिरफ्तार करके हवालात में डाल दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी से पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ आरोपी भी राहत महसूस कर रहे हैं।