दिवाली से पहले नकली घी की बाढ़: अमूल ने उपभोक्ताओं को किया सावधान
Flood of fake ghee before Diwali: Amul cautions consumers
Ghee Scam: दिवाली का त्योहार नजदीक है और इसी के साथ बाज़ारों में नकली घी की बिक्री बढ़ गई है। त्योहार के समय घी की मांग में वृद्धि होने से कुछ दुकानदार नकली उत्पाद बेचने का फायदा उठा रहे हैं। इसमें प्रमुख डेयरी ब्रांड अमूल के नाम से नकली घी भी बाज़ार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। अमूल ने उपभोक्ताओं को सावधान करते हुए नकली घी की पहचान और इससे बचने के उपाय साझा किए हैं।
अमूल के नाम पर नकली घी की बिक्री: बढ़ती समस्या
त्योहारों के दौरान घरों में मिठाइयां बनाने और पूजा-पाठ के लिए घी की खपत तेजी से बढ़ जाती है। इस साल, अमूल ने चेतावनी जारी की है कि बाज़ार में उसके ब्रांड के नाम से नकली घी बेचा जा रहा है। कंपनी ने बताया कि खासतौर पर एक लीटर रिफिल पैक में नकली घी बेचा जा रहा है, जबकि अमूल ने पिछले तीन सालों से इस तरह की पैकिंग का उत्पादन बंद कर दिया है।
नकली घी से कैसे बचें? अमूल ने बताए पहचान के तरीके
उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए अमूल ने कुछ विशेष तरीकों की सलाह दी है ताकि लोग नकली घी की पहचान कर सकें। कंपनी ने नए डुप्लीकेशन प्रूफ कार्टन पैक का इस्तेमाल शुरू किया है, जो एसेप्टिक फिलिंग टेक्नोलॉजी द्वारा बनाया जाता है। इस नई तकनीक से तैयार पैकेजिंग में ISO प्रमाणित गुणवत्ता की गारंटी है। इसके साथ ही, उपभोक्ताओं को किसी भी संदेह या जानकारी के लिए अमूल के टोल-फ्री नंबर 1800 258 3333 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।
घी की शुद्धता जांचने के चार प्रभावी तरीके
- घी को गर्म करके जांचें
शुद्धता का सबसे सरल तरीका है उसे गर्म करना। शुद्ध घी गर्म होते ही पिघल जाता है और उसका रंग भूरा हो जाता है। इसके विपरीत, नकली घी को पिघलने में समय लगता है और उसका रंग पीला रहता है। यह तरीका त्योहारों के दौरान असली और नकली घी की पहचान के लिए एक आसान उपाय है।
- आयोडीन टेस्ट का उपयोग करें
घी की शुद्धता जांचने के लिए आयोडीन टेस्ट एक सरल और वैज्ञानिक तरीका है। इसके लिए घी में कुछ बूंदे आयोडीन डालें। शुद्ध घी में रंग में कोई बदलाव नहीं होगा, जबकि मिलावटी घी का रंग बैंगनी हो सकता है। यह तरीका आपको नकली उत्पाद की पहचान में मदद कर सकता है।
- पानी में घी मिलाकर जांचें
शुद्ध घी को पहचानने का एक और तरीका है उसे गर्म पानी में डालकर मिलाना। यदि घी शुद्ध है, तो वह पानी में अच्छी तरह मिल जाएगा और कोई अशुद्धता नहीं छोड़ेगा। वहीं, नकली घी पानी में पूरी तरह नहीं घुलता और उसकी अशुद्धियां तैरती दिखाई देती हैं।
- घी का टेक्सचर हाथ से महसूस करें
शुद्ध घी में छोटे-छोटे दानों जैसा टेक्सचर होता है, जो पूरे घी में एक समान दिखाई देता है। इसे हाथ पर मलने से यह समान रूप से फैलता है। जबकि नकली घी में चिपचिपापन महसूस होता है और टेक्सचर असमान हो सकता है। इस सरल जांच से आप असली घी की पहचान कर सकते हैं।
नकली घी के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान
नकली घी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इसमें मिलावट के लिए सस्ते तेलों का उपयोग किया जाता है। इससे पेट की समस्याएं, एलर्जी और लंबे समय तक उपयोग से हृदय संबंधी रोग हो सकते हैं। इसलिए, त्योहारों के दौरान शुद्ध और असली घी का उपयोग करना बेहद महत्वपूर्ण है। अमूल ने उपभोक्ताओं को सचेत करते हुए बताया है कि असली और शुद्ध घी ही सेहत के लिए लाभकारी होता है।
उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए अमूल की नई पहल
अमूल ने नकली घी की समस्या से निपटने के लिए उपभोक्ताओं के लिए विशेष कदम उठाए हैं। नई एडवांस्ड पैकेजिंग और तकनीक का उपयोग करते हुए कंपनी ने गुणवत्ता मानकों को बेहतर बनाया है। यह कदम उपभोक्ताओं के विश्वास को बनाए रखने और उन्हें सुरक्षित उत्पाद देने के लिए है। कंपनी की नई पैकेजिंग में विशेष सुरक्षा कोड होते हैं, जिन्हें देखकर उपभोक्ता असली उत्पाद की पहचान कर सकते हैं।
बाज़ार में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत
नकली घी की बढ़ती समस्या को देखते हुए केवल अमूल ही नहीं, बल्कि सभी उपभोक्ताओं को जागरूक रहना होगा। यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि त्योहारों के समय कोई भी सस्ता या अविश्वसनीय स्रोत से घी न खरीदें। अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए केवल भरोसेमंद ब्रांड और प्रमाणित विक्रेताओं से ही घी का चुनाव करें।
दिवाली के दौरान बढ़ती मांग को देखते हुए घी की गुणवत्ता की जांच और सावधानी बरतना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। उपभोक्ताओं को सतर्क रहकर शुद्ध घी का ही चयन करना चाहिए। अमूल की चेतावनी और पहचान के तरीकों का पालन करके, आप नकली उत्पाद से सुरक्षित रह सकते हैं और त्योहार का आनंद पूरी तरह से ले सकते हैं।