मिशन मध्यप्रदेश: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा का किया बहिष्कार!
Mission Madhya Pradesh: पांच राज्यों में जो चुनाव होने हैं उनमें से बीजेपी की सबसे बड़ी चुनौती एमपी में है। एमपी में बीजेपी लगातार सत्ता में है। सिर्फ डेढ़ साल के लिए ही कांग्रेस की सरकार बनी थी जिसे बीजेपी ने ऑपरेशन कमल के जरिये कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया था। लेकिन अब बीजेपी की परेशानी ये है कि जहां एक तरफ बीजेपी और शिवराज सरकार के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी का मॉडल यही वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की राज्य इकाई बड़े स्तर पर बीजेपी सरकार को घेरने में सबसे आगे निकल रही है। जनता का मिजाज भी बदला हुआ है बीजेपी के भीतर भी भगदड़ का माहौल है। पिछले सालभर के भीतर ही बीजेपी से बहुत से लोग बाहर निकले हैं और अधिकतर कांग्रेस के साथ चले गए हैं। यह सिलसिला लगातार जारी भी है।
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लेकिन अब बीजेपी की फायर ब्रांड नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने भी पार्टी के जन आशीर्वाद यात्रा का बहिष्कार किया है। उमा भारती के इस बहिष्कार के साथ ही प्रदेश की राजनीति और भी गर्म हो गई है और कहा जा रहा है कि आने वाले समय में उमा भारती का रुख और भी बदला तो शिवराज सिंह की परेशानी तो बढ़ेगी ही बीजेपी की भी परेशानी बढ़ेगी।
खबर है कि जन आशीर्वाद यात्रा के लिए बीजेपी ने उमा भारती (Uma Bharti) को निमंत्रण नहीं भेजा था और न ही उनसे कोई बातचीत की गई थी। उसके बाद से भारती काफी भड़की हुई हैं। अब भारती ने साफ़ तौर पर भी कह दिया है कि इस यात्रा का समापन 25 सितम्बर को होना है और वे अब उस समापन कार्यक्रम में भी नहीं जाएगी। बता दें कि समापन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी को भी शामिल होना है। लेकिन उमा भारती के बहिष्कार ऐलान के बाद बीजेपी की राजनीति पर कई तरह के सवाल किये जा रहे हैं।
बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को सतना से जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा में प्रदेश के कई नेता तो शामिल हो रहे हैं दिल्ली से भी कई नेताओं को इन यात्रा में भेजा गया है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जनता तक पहुंचना और मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने की है। जनता से वोट की मांग की जाएगी और बीजेपी की सत्ता फिर से वापस हो इसकी गारंटी बीजेपी जनता से चाह रही है।
खबर के मुताबिक उमा भारती (Uma Bharti) काे इस यात्रा के लिए कोई निमंत्रण कार्ड नहीं मिला है। इससे उमा काफी भड़की हुई है। उन्होंने कहा है कि मुझे जन आशीर्वाद के आरम्भ में निमंत्रण नहीं मिला। यह सच्चाई है कि ऐसा हमने कहा है। लेकिन निमंत्रण मिलने या न मिलने से मैं कम या ज्यादा नहीं हो जाती। लेकिन अब मुझे निमंत्रण दिया मैं कहीं नहीं जाउंगी। न प्रारम्भ में और न ही 25 सितम्बर के समापन कार्यक्रम में।
हालांकि इस बार भी उमा भारती (Uma Bharti) ने कहा है कि मेरे मन में शिवराज के प्रति सम्मान एवं उनके मन में मेरे प्रति स्नेह की डोर अटूट है। मजबूत है। शिवराज जब और जहां मुझे चुनाव प्रचार के लिए कहेंगे मैं उनका मान रखते हुए उनकी बात मानकर चुनाव प्रचार कर सकती हूं।
उमा भारती (Uma Bharti) ने आगे और भी बहुत कुछ कहा है। उन्होंने नेताओं के पांच सितारा होटलों में रुकने पर भी बात कही है। उमा ने कहा है कि शादियों में फिजूलखर्ची और हमारे नेताओं का पांच सितारा होटलों में रुकना इसको मैं शुरू से ही गलत मानती हूं। मोदी भी इस तरह की जीवनशैली को नापसंद करते हैं। मैं आगे भी ऐसी बातें करती रहूंगी। हम गांधी दीनदयाल और मोदी की सीखों की अनदेखी नहीं कर सकते।
जाहिर है उमा भारती (Uma Bharti) ने ये सभी बातें करके बीजेपी के कई नेताओं को भी निशाने पर लिया है और कुछ बड़े नेताओं की सराहना भी की है। उमा को शिवराज से कोई परेशानी है जैसा की उनके बयान से भी समझ में आ रहे हैं। लेकिन उनके बयान से ये भी पता चला कि उनकी परेशानी कुछ नेताओं से जरूर है। यही वजह है कि वे जन यात्रा में न जाकर भी प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करने से नहीं चूक रही है। लेकिन जानकार कह रहे हैं कि मध्यप्रदेश में इस बार उमा भारती भी सीएम की उम्मीदवार हो सकती है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे बीजेपी की कई राजनीति बदलेगी और बीजेपी के भीतर से कई विरोधी स्वर भी उभर सकते हैं।