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जमीन से आसमान, कुदरत ने मचाया ‘त्राहिमाम-त्राहिमाम’!

Weather News: जमीन से लेकर आसमान तक….पहाड़ों से लेकर शहरों तक हर ओर तबाही मची हुई है। हाहाकार मचा हुआ है। उत्तराखंड के यमुनोत्री में रात के घुप अंधेरे में हिमालय से उतरता पहानी पहाड़ों का सीना चीरते हुए आगे बढ रहा है। यमुनोत्री में यमुना नदी के इस शोर से कुदरत के क्रोध का अंदाजा लगाया जा सकता है। पानी का बहाव इतना तेज है कि इसके रास्ते में जो आ रहा है…वो मलबे में तब्दील होता जा रहा है। देर रात जिस रास्ते से यमुना का पानी गुजरा….वहां सुबह क्या हालात थे… मकानों की नींव हिल गया….पहाड़ और पत्थर मिट्टी बनकर यमुना के पानी के साथ बह गए।


हालांकि गनीमत रही की कुदरत के इस प्रकोप की कीमत इंसानी जान ने नहीं चुकाई….लेकिन उत्तराखंड के अधिकतर इलाके में ऐसे ही हालात हैं। रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के बाद झील में पानी का स्तर अचानक बढ़ गया…..जिसके बाद झील पर बना मल्यासू पुल पानी में ही डूब गया…..इसके बाद कुछ बच्चों सहित 25 से 30 लोग झील की दूसरी ओर फंस गए…..पुल के डूबने से कई गांव का संपर्क टूट गया है। रुद्रप्रयाग के मडमहेश्वर में ही ट्रेकिंग के दौरान लैंडस्लाइड होने से 25 से 30 सैलानी पहाड़ों में फंस गए..किसी तरह इस बात की जानकारी SDRF टीम तक पहुंची….जिसके बाद SDRF की टीम ने हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर वहां फंसे लोगों को निकाला। नंदप्रयाग से नंदा नगर घाट के बीच कांडा पुल पर बीती रात बारिश इतनी तेज हुई कि पूरी सड़क ने जलसाधि ले ली….और अब आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है।


पहाड़ी इलाकों की तरह मैदानी इलाकों में भी हालात बेहद खराब हैं…गुजरात के सूरत में इस बार रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुआ है……जिसकी वजह से गुजरात के कई इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं….जोरदार बारिश के बाद सूरत के निचले इलाकों में पानी भर गया है…बाढ़ के पानी ने रिहायशी इलाकों में भी दस्तक दे दी है…जिससे लोगों को दोगुनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुजरात के नवसारी में भी लगातार जमकर बारिश हो रही है….रिहायशी इलाके नदी में तब्दील हो गए हैं…शहरी इलाकों में बने घर पानी के जाल में मानों कैद हो गए हों…बाढ़ के पानी ने लोगों के मकानों में दस्तक दे दी है…जिसकी वजह से लोग ऊपर की मंजिल में रहने को मजबूर हैं….हालात को देखते हुए NDRF और SDRF टीम को ग्राउंड जीरो पर उतारा गया है।

Shubham Pandey। Uttar Pradesh Bureau

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