नई दिल्ली: जर्मन के चांसलर ओलाफ स्कोल्जो भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीब सवा साल पहले बर्लिन में हुए समझौते को लेकर आश्वत हैं। ओलाफ स्कोल्जो ने कहा है कि भारत और जर्मन के बीच जो व्यापक समझौता हुआ था, वह न केवल भारत और जर्मन, बल्कि सभी राष्ट्रों के नागरिकों की हितों की रक्षा करता है।
ओलाफ स्कोल्जो ने रुस और यूक्रेन के बीच पैदा हुई स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि रूसी कार्रवाईयां संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन है। इस सिद्धांत के अनुसार युद्ध हमलों में नागरिक संहार युद्ध अपराधी की श्रेणी में आता है। उन्होने कहा कि रुस का यूक्रेन पर हमला पूरे यूरोप और इससे आगे के एजेंडे से सबसे ऊपर हैं।
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जर्मन के चांसलर ओलाफ स्कोल्जो का साफ कहना है कि रुस ने युद्ध के दौरान यूक्रेन के आम नागरिकों के साथ की गयी क्रूरता और नरसंहार की तस्वीरें सामने आने से स्पष्ट है कि रूस ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल सिद्धांतों को तोड़ा है और नरसंहार के कारण वह युद्ध अपराधी है। रूस के हमले से यूक्रेन के नागरिकों के घरों, आजीविकाओं और जीवन को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। यूरोपीय संघ ने रुस और उसे युद्ध में सहयोग देन वाले के खिलाफ अभूतपूर्व प्रतिबंध लगाये जाने की बात कही है।