Grand Diwali celebrated in Badrinath: बदरीनाथ में मनाई गई भव्य दिवाली: दीपोत्सव से जगमगाया धाम, श्रद्धालुओं ने की भजन-कीर्तन
Grand Diwali celebrated in Badrinath: Dham lit up with Deepotsav, devotees performed bhajan-kirtan
Grand Diwali celebrated in Badrinat: चमोली: उत्तराखंड के पावन बदरीनाथ धाम में इस वर्ष दीपावली का पर्व विशेष भव्यता और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। दिवाली के इस पावन अवसर पर देश-विदेश से पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान बदरीनाथ और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर समिति द्वारा बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में दिवाली के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। बदरीनाथ धाम में भगवान बदरी विशाल का मंदिर फूलों से भव्य रूप से सजाया गया था, वहीं दीपों की रोशनी से चारों ओर दीपोत्सव का अनोखा दृश्य देखने को मिला।
लक्ष्मी पूजन और दीपोत्सव का आयोजन
बदरीनाथ धाम में दिवाली के अवसर पर सबसे पहले माता लक्ष्मी का पूजन किया गया, जिसके बाद दीपोत्सव का आयोजन हुआ। मंदिर परिसर के चारों ओर दीप जलाए गए, जिससे पूरी धाम का माहौल भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर भगवान बदरी विशाल से सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। इस दौरान मुख्य पुजारी ने माता लक्ष्मी का विशेष श्रृंगार कर विधिपूर्वक पूजन किया। जैसे ही दीप जलाए गए, बदरीनाथ धाम में रोशनी की जगमगाहट और भक्तों का उत्साह चरम पर पहुंच गया।
फूलों से सजाया गया मंदिर
दिवाली के इस पर्व के लिए बदरीनाथ मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया। जानकारी के अनुसार, मंदिर को 8 क्विंटल रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था, जो मंदिर की खूबसूरती को और बढ़ा रहे थे। फूलों से सजे मंदिर के साथ-साथ जलाए गए दीपों की छटा ने धाम के वातावरण को दिव्य बना दिया। दीयों की रोशनी में भक्तों ने भगवान बदरी विशाल के समक्ष दीप जलाए और भजन-कीर्तन किए। इस भव्य आयोजन ने सभी श्रद्धालुओं के मन को शांति और प्रसन्नता से भर दिया।
भक्तों का जमावड़ा और विशेष पूजा-अर्चना
दिवाली के इस विशेष अवसर पर बदरीनाथ धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। भक्तों ने भजन-कीर्तन के साथ दिवाली मनाई और भगवान बदरीनाथ की आराधना की। भक्तों ने अपने हाथों से दीये जलाकर भगवान को याद किया और सुख-समृद्धि की कामना की। बदरीनाथ धाम में दीपावली पर्व पर भगवान बदरीनाथ और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना का आयोजन कर भक्तों ने इस पर्व को धार्मिक आस्था के साथ मनाया।
17 नवंबर को बंद होंगे बदरीनाथ के कपाट
चारधाम यात्रा के अंतिम चरण में इस वर्ष बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। यात्रा के इस अंतिम पड़ाव पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, और यमुनोत्री धाम में दर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट भी 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे, और 3 नवंबर को तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
केदारनाथ और बदरीनाथ में दिवाली का उत्सव
केदारनाथ धाम में भी दिवाली का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। यहां भी विशेष सजावट और दीपोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें भक्तों ने दीप जलाए और भजन-कीर्तन किया। श्रद्धालुओं ने दोनों धामों में दिवाली का पर्व उत्साह और भक्ति से मनाया।
श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह
इस वर्ष दिवाली के पर्व पर बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में दिवाली का भव्य आयोजन किया गया, जो श्रद्धालुओं के लिए अद्भुत अनुभव था। श्रद्धालुओं में भगवान के प्रति भक्ति और उत्साह का माहौल देखने को मिला। इस आयोजन ने न केवल धामों को जगमग किया, बल्कि श्रद्धालुओं के मन को भी आध्यात्मिकता से भर दिया।
बदरीनाथ और केदारनाथ धामों में दिवाली के भव्य आयोजन ने सभी के मन में अटूट श्रद्धा और आस्था का संचार किया।