आजकल की तेज़-तर्रार ज़िंदगी में, बालों की सेहत एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुकी है। खासकर कम उम्र में ही बालों का झड़ना, सूखना और क्षतिग्रस्त होना आम हो गया है। पुरुष और महिलाएं दोनों ही इस समस्या से परेशान हैं, लेकिन विशेषकर महिलाएं सोते समय अधिक बाल झड़ने की समस्या से जूझ रही हैं। जानिए इस समस्या से निपटने के लिए कुछ आसान और प्रभावी टिप्स।
पर्याप्त नींद लें
नींद का हमारे शरीर पर गहरा प्रभाव होता है। सोते समय ग्रोथ हार्मोन का उत्पादन होता है, जो बालों के विकास को प्रोत्साहित करता है। अच्छी नींद न केवल तनाव को कम करती है, बल्कि बालों की सेहत को भी बेहतर बनाती है। नींद की कमी से कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, जिससे बालों को नुकसान पहुंचता है।
सही तकिए का चयन करें
कॉटन के तकिए पर सोने से बाल टूटने का खतरा अधिक होता है। सिर और तकिए की रगड़ से बाल उलझ सकते हैं। इसलिए, सिल्क या सैटिन के तकिए का इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है। ये सामग्री मुलायम होती है और बालों के टूटने की संभावना को कम करती है।
गीले बालों में सोने से बचें
बहुत से लोग नहाने के बाद गीले बालों के साथ बिस्तर पर सो जाते हैं, जो गलत है। गीले बाल कमजोर होते हैं और सोते समय आसानी से उलझ जाते हैं। इसलिए हमेशा सूखे बालों के साथ सोने की सलाह दी जाती है।
सोने से पहले कंघी करें
रात को सोने से पहले अपने बालों को चौड़े दांतों वाली कंघी या पैडल ब्रश से ब्रश करना चाहिए। यह प्रक्रिया बालों को उलझने से रोकती है और सोने के दौरान बालों के टूटने की संभावना कम करती है। ध्यान दें कि गीले बालों में कंघी करना नहीं चाहिए।
बालों को बांधकर सोएं
सोते समय बालों को खुला छोड़ने से बिस्तर पर रगड़ होती है, जिससे बाल टूट सकते हैं। इसलिए बालों को ढीला बांधकर सोना बेहतर होता है। ध्यान रखें कि बालों को कसकर न बांधें, क्योंकि इससे बालों का झड़ना बढ़ सकता है।
सिर की मालिश
सिर की मालिश से रक्त संचार बढ़ता है, जिससे बालों की जड़ों को पोषण मिलता है। नारियल के तेल से सिर की मालिश करने से बाल स्वस्थ रहते हैं और टूटने की समस्या कम होती है।
पेप्टाइड्स युक्त हेयर सीरम का उपयोग
यदि आप बालों का झड़ना कम करना चाहते हैं, तो पेप्टाइड्स से युक्त हेयर सीरम का उपयोग करना लाभकारी हो सकता है। यह खोपड़ी को पोषण प्रदान करता है, जिससे बाल मजबूत और घने होते हैं।
इन सरल टिप्स को अपनाकर आप सोते समय बालों के झड़ने की समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं। हालांकि, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।