नई दिल्ली: बुधवार को सांस्कृतिक मंत्रालय ने जहां देश की राजधानी में एतिहासिक स्थल लाल किले से संसद भवन तक बाइक तिरंगा यात्रा निकाली। इस तिरंगा यात्रा में भाग लेने के लिए सभी सांसदों को आमंत्रित किया गया था। यह तिरंगा यात्रा किसी राजनीतिक दल की नहीं थी, लेकिन फिर भी विपक्षी दलों से सांसदों ने इस तिरंगा यात्रा से दूरी बनाकर राष्ट्र के प्रति अपनी निष्टा को प्रदर्शित नहीं किया।
जम्मू में एक कार्यालय के गेट पर तिरंगा लगाने के बाद देश विरोधी सोच रखने वाले लोगों द्वारा हटाये जाने से तिरंगे का अपमान हुआ, वहीं यूपी के संभल से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क सांसद ने संसद भवन में यह बयान देकर तिरंगे का अपमान किया कि अगर मैं अपने घर में तिरंगा नहीं लगाता, कि इसका यह मतलब नहीं कि मै देश भक्त नहीं हूं। इस तरह के केन्द्र सरकार के आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर देश के 20 करोड़ घरों पर हर घर में तिरंगा फहराने के मुहिम को कुछ देश विरोधी सोच रखने वाले लोग पलीता लगाने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बाइक तिरंगा यात्रा को राज्यसभा के स्पीकर व उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। उप राष्ट्रपति किसी दल के नहीं है, फिर भी कांग्रेस, सपा और दूसरे दल तिरंगा पर राजनीति करने से बाज नहीं आये। उन्होने कहा कि तिरंगा को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए क्योंकि तिरंगा का संबंध किसी दल की राजनीति से नहीं, बल्कि राष्ट्रनीति से है। पात्रा ने कहा कि इस पर हम कोई राजनीति नहीं चाहते। सभी को तिरंगे का सम्मान करना राष्ट्रधर्म है।
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उधर कश्मीर में हुर्रियत कांफ्रेंस के बंद पड़े दफ्तर के गेट पर राष्ट्रभक्त लोगों ने तिरंगे लगाये, लेकिन किसी ने उन्हें हटाकर तिरंगे का अपना किया। इस मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि तिरंगे का अपमान करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।