नई दिल्ली: हरियाली तीज पर अविवाहित कन्याएं शिव की साधना से मनचाहा वर पा सकती हैं. जबकि विवाहित महिलाएं गौरी-शंकर की आराधना कर पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, खुद पार्वती को भी न जाने कितनी बार घोर तपस्या करनी पड़ी थी. खुद को साबित करना पड़ा था. महादेव को प्रसन्न करना पड़ा था. पार्वती ने दो बार शिव की कामना की और उन्हें शिव मिले भी, पहले सती रूप में और फिर उमा रूप में.
सती रूप में पार्वती ने ब्रह्मा के पुत्र दक्ष प्रजापति के यहां जन्म लेकर शिव से ब्याह तो कर लिया, लेकिन दक्ष दामाद के रूप में महादेव को कभी स्वीकार नहीं कर पाए. पिता की इस जिद का अंत आखिर में सती की मृत्यु के साथ ही हुआ. मृत्यु के समय सती ने भगवान से ये वरदान मांगा कि प्रत्येक जन्म में मेरा शिवजी के चरणों में अनुराग रहे. इसी कारण उन्होंने हिमालय की पुत्री पार्वती के रूप में पुनर्जन्म लिया. हालांकि सती के वियोग में दुनिया भुला बैठे शिव को दोबारा पति के रूप में पाना इस बार पार्वती के लिए और भी मुश्किल साबित हुआ. पार्वती ने शंकर जी को पाने के लिए घोर तपस्या शुरू कर दी. ऐसा कहते हैं कि उन्होंने 13 साल तक सिर्फ बेलपत्र खाकर भोले शंकर की आराधना की थी.
पार्वती की श्रद्धा देखकर भोले भंडारी प्रसन्न हुए और उन्होंने हरियाली तीज के दिन पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया और फिर धूमधाम से विवाह हुआ. इस तरह तीज के दिन माता पार्वती की कामना पूरी हुई और उन्हें पति के रूप में भगवान शिव प्राप्त हुए. तब माता पार्वती ने प्रसन्न होकर कहा था कि इस दिन जो स्त्री निष्ठा से व्रत और पूजन करेगी, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी. उसका वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा.
जानें अनजाने भी न करें ये गलतियां
1. इस दिन उपवास रखना लाभकारी होता है. अगर व्रत न रख पाएं तो केवल सात्विक आहार ग्रहण करें. इस दिन भूलकर भी लहसुन, प्याज या मांस, मदिरा पान का सेवन ना करें.
2. हरियाली तीज पर महिलाओं को काले, सफेद या भूरे रंग के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए. काला रंग शोक और दुख का प्रतीक है. काले रंग का प्रयोग करने से वैवाहिक जीवन में समस्याएं आ सकती है.
3. हरियाली तीज के दिन व्रत रखने वाली सुहागिनों को क्रोध से बचना चाहिए. मन को शांत रखने का प्रयास करें. इस दिन किसी को अपशब्द कहने या अपमान करने से भी बचे.
4. हरियाली तीज के दौरान रातभर सोने से बचना चाहिए. इसकी बजाए माता का भजन-कीर्तन करें. आप ईश्वर का मंत्रोच्चारण भी कर सकते हैं.
5. हरियाली तीज की सामग्री कभी भी मंगलवार के दिन नहीं खरीदनी चाहिए. यदि सुहाग से जुड़ी कोई भी चीज आपने मंगलवार को खरीदी है तो इस दिन उसका प्रयोग बिल्कुल ना करें.
6. इस व्रत में सुहागिन महिलाओं को उनके मायके से उपहार मिलते हैं. इसमें मिठाई, फल, श्रृंगार का सामान और अन्य जरूरत का सामान शामिल होता है. व्रत में इसी सामग्री का प्रयास करना चाहिए.