मुस्लिम वोट बैंक की खातिर हिंदुओं की दुश्मन बन गई कांग्रेस?
Congress On Hindutva.: कांग्रेस (Congress) पार्टी लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) को जीतने के लिए हर कोशिश कर रही है, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से लेकर सोनिया गांधी (Soniya Gandhi) तक हर नेता एक्शन में दिखाई दे रहा है। लेकिन सवाल ये कि 2024 को हिंदुओं के बिना जीता सकता है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) हिंदुत्व (Hindutuva) और विकास के दम पर 2024 को फतह करने की फिराक में है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के तमाम नेता हिंदुत्व का अपमान कर रहे हैं और राम मंदिर को लेकर भी विवादित टिप्पणी कर रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस ने 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा दिया है । सोनिया गांधी (Soniya Gandhi), पार्टी अध्यक्ष खरगे और अधीर रंजन चौधरी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
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दरअसल आपको बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने से कांग्रेस ने इनकार कर दिया है। सोनिया गांधी (Soniya Gandhi), मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी इसमें शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस का कहना है कि ये कार्यक्रम बीजेपी और आरएसएस (RSS) का आयोजन है और अधूरे मंदिर का उद्घाटन चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है। जिससे कि सियासी पारा हाई हो गया है। बीजेपी इसे प्रभु श्रीराम का अपमान बता रही है तो धर्म गुरू इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं। राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं ने पहले ही भगवान के अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं ।
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बार-बार सनातन का अपमान क्यों?
इंडिया गठबंधन के नेता लगातार सनातन का अपमान कर रहे हैं, जिसका फायदा भारतीय जनता पार्टी बखूबी उठा रही है। BJP के नेता कांग्रेस पर बैक टू बैक हमले बोल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर सनातन विरोधी होने का आरोप लगाया है । तो वहीं अनुराग ठाकुर ने भी कांग्रेस पर सियासी तीर छोड़े। लेकिन ये पहला मौका नहीं है, जब इंडिया गठबंधन के नेताओं ने हिंदू धर्म का अपमान किया हो, इससे पहले भी की दफा स्वामी प्रसाद जैसे नेता सनातन का अपमान कर चुके हैं। जाहिर है कि विपक्ष के लिए 2024 की राह सनातन के बिन आसान नहीं रहने वाली है।