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US Presidential Debate: कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच तीखी बहस, वामपंथी कहने पर कमला का पलटवार

Heated debate between Kamala Harris and Donald Trump, Kamala retorts when called leftist

अमेरिका के आगामी राष्ट्रपति चुनावों की दौड़ में आज एक अहम मोड़ आया जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। इस बहस में दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर तीखी बहस हुई, जिसमें महंगाई, चीन नीति, गर्भपात और व्यापार नीति जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल रहे। फिलाडेल्फिया में आयोजित यह बहस अमेरिकी जनता के सामने दोनों नेताओं के विचारों और भविष्य की योजनाओं को लेकर खुलासा करती है, जिसमें दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर तीखे आरोप लगाए।

महंगाई के मुद्दे पर ट्रंप का हमला

बहस की शुरुआत में ही डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन-हैरिस प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में अमेरिका की हालत खराब हो चुकी है। ट्रंप ने महंगाई को प्रमुख मुद्दा बनाते हुए कहा कि मौजूदा प्रशासन के तहत महंगाई दर ने अमेरिकी इतिहास में सबसे ऊंचा स्तर छू लिया है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि बाइडन और कमला हैरिस की आर्थिक नीतियों ने आम अमेरिकियों का जीवन मुश्किल बना दिया है और उन्हें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है।

कमला हैरिस का पलटवार

ट्रंप के इन आरोपों का कमला हैरिस ने भी सख्त लहजे में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने प्रशासन के दौरान चीन को अमेरिकी चिप्स बेचकर अमेरिकी सुरक्षा को खतरे में डाल दिया। उन्होंने ट्रंप की चीन नीति पर तीखा हमला करते हुए कहा, “ट्रंप की नीतियों के कारण दुनिया उन पर हंसती है।” हैरिस ने यह भी जोड़ा कि ट्रंप की व्यापार नीतियों ने अमेरिका को कमजोर किया और चीन को अपनी सेना को बेहतर बनाने में मदद की।

वामपंथी कहने पर कमला हैरिस का जवाब

डिबेट के दौरान ट्रंप ने कमला हैरिस को वामपंथी करार दिया। इस पर हैरिस ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा, “डोनाल्ड ट्रंप कुछ भी बोलते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि पूरी दुनिया उनकी बातों पर हंसती है।” हैरिस का यह तंज ट्रंप की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि को लेकर था, जहां अक्सर उनके बयानों को लेकर विवाद उठते रहे हैं।

गर्भपात के मुद्दे पर तीखी बहस

गर्भपात के मुद्दे पर भी दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस देखने को मिली। कमला हैरिस ने ट्रंप की गर्भपात प्रतिबंध नीति की खुलकर आलोचना की और कहा, “किसी भी महिला को यह अधिकार है कि वह अपने शरीर के साथ क्या करना चाहती है, और सरकार को इसमें दखल देने का कोई अधिकार नहीं है।” हैरिस ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट के तीन नए न्यायाधीशों को नियुक्त किया ताकि रो बनाम वेड के फैसले को पलट दिया जाए, जो अमेरिका में गर्भपात के अधिकार की सुरक्षा करता था। उन्होंने बताया कि अब 20 से अधिक राज्यों में गर्भपात पर सख्त प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं, जो महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ है।

चीन नीति पर गंभीर आलोचना

चीन के संबंध में डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों पर भी कमला हैरिस ने कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने चीन के साथ व्यापार युद्धों को जन्म दिया और अमेरिका को चीन के हाथों कमजोर बना दिया। हैरिस ने दावा किया कि ट्रंप ने अमेरिकी चिप्स को चीन को बेचकर उसकी सेना को और अधिक आधुनिक बनाने में मदद की, जो अमेरिका के हितों के खिलाफ है।

कमला हैरिस ने कहा, “अमेरिका की चीन नीति ऐसी होनी चाहिए कि हम 21वीं सदी की दौड़ जीतें। इसका मतलब है कि हमें अपने सहयोगियों के साथ संबंध मजबूत करने होंगे और अमेरिकी प्रौद्योगिकी में निवेश को बढ़ावा देना होगा।”

ट्रंप की आलोचना, अमेरिका की नीति पर जोर

कमला हैरिस ने डिबेट के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रंप की नीतियां सिर्फ अमेरिका को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को कमजोर बना रही हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विश्वसनीयता खो दी है और यह समय है कि देश की नीतियों को सही दिशा में मोड़ा जाए।

व्यापार नीति पर टकराव

व्यापार नीति के मुद्दे पर भी ट्रंप और हैरिस के बीच बहस छिड़ी। ट्रंप ने जहां अपनी व्यापार नीतियों की तारीफ की और कहा कि उन्होंने चीन के खिलाफ सख्त रुख अपनाया, वहीं हैरिस ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि ट्रंप की नीतियां वास्तव में अमेरिका के हितों के विपरीत थीं। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अमेरिका के सहयोगियों के साथ संबंधों को कमजोर किया और व्यापार युद्धों के जरिए अमेरिकी उद्योगों को नुकसान पहुंचाया।

Mansi Negi

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