Horrific road accident in Dehradun: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में लगातार हो रहे सड़क हादसे चिंता का कारण बनते जा रहे हैं। बुधवार देर रात, देहरादून के दिल्ली हाईवे पर स्थित आशारोड़ी चेक पोस्ट पर फिर एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। यह हादसा तब हुआ जब सेल्स टैक्स विभाग के कर्मचारियों ने एक वाहन को रूटीन चेकिंग के लिए अचानक रोक दिया। इसके चलते पीछे आ रहे कई वाहनों ने एक-दूसरे को टक्कर मार दी, जिसमें 6 वाहन पलट गए और एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
कैसे हुआ हादसा
घटना क्लेमनटाउन क्षेत्र के आशारोड़ी चेक पोस्ट पर बुधवार देर रात की है। सेल्स टैक्स की टीम यहां रूटीन चेकिंग के लिए मौजूद थी और इस दौरान एक यूटिलिटी वाहन को रोकने का इशारा किया गया। यूटिलिटी के अचानक रुकते ही, पीछे से आ रही तेज रफ्तार गाड़ियां उस पर एक के बाद एक टकराती चली गईं। सबसे पीछे आ रहा एक बड़ा कंटेनर ट्रक इन सभी वाहनों पर चढ़ता हुआ पलट गया, जिसके कारण आगे चल रहे वाहनों में हड़कंप मच गया और सड़क पर वाहनों की चेन दुर्घटना हो गई। इस हादसे में कुल 6 वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए और उनमें से कुछ पलट गए। इस भीषण टक्कर में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों में दो सेल्स टैक्स अधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा गया।
सड़क सुरक्षा में लापरवाही उजागर
इस हादसे ने देहरादून में सड़क सुरक्षा व्यवस्था और चेकिंग की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आशारोड़ी चेक पोस्ट पर चेकिंग के दौरान वाहन अचानक रोक दिए गए, जिससे पीछे से आ रहे वाहनों को संभलने का मौका नहीं मिला। इस चेकिंग में शामिल किसी भी अधिकारी या कर्मचारी ने यह सुनिश्चित नहीं किया कि वाहन को सुरक्षित ढंग से रोकने की व्यवस्था की जाए। इसके परिणामस्वरूप एक बड़ा हादसा हुआ और कई जानें खतरे में पड़ गईं। इससे पहले भी सोमवार रात एक बड़े हादसे में 6 छात्रों की जान चली गई थी, जिसमें पुलिस की चेकिंग व्यवस्था और सुरक्षा उपायों में खामियां उजागर हुई थीं।
दुर्घटना में हताहतों की जानकारी
थाना क्लेमनटाउन के प्रभारी पंकज धारीवाल ने बताया कि इस हादसे में यूटिलिटी वाहन में सवार सुखदेव, जो सहारनपुर के दमकड़ी का निवासी था, की मौके पर ही मौत हो गई। सुखदेव का बेटा सुधांशु इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा, सेल्स टैक्स विभाग के कर्मचारी सुमन दास और नवीन महर भी इस हादसे में घायल हुए हैं। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
लगातार हो रहे हादसों पर सरकार सख्त, बनी जांच समिति
लगातार हो रहे सड़क हादसों को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त निर्देश दिए हैं। सोमवार रात हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन ने इस साल जनवरी से अब तक हुए सभी हादसों की जांच करने का निर्णय लिया है। जिला सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सविन बंसल ने इस जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन करेंगे। इस समिति में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन ऋषिकेश और विकासनगर भी शामिल हैं। समिति को 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट जिला सड़क सुरक्षा समिति को सौंपनी होगी। इस रिपोर्ट में हादसों के कारणों का विश्लेषण और दुर्घटना स्थलों पर सुधार के उपाय सुझाए जाने की उम्मीद है।
रात में ओवरस्पीडिंग चेकिंग अभियान
परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन ने मिलकर रात के समय ओवरस्पीडिंग रोकने के लिए चेकिंग अभियान चलाने का फैसला किया है। लगातार हो रहे हादसों के पीछे सबसे बड़ी वजह तेज रफ्तार को माना जा रहा है। इसी कारण रात के समय ओवरस्पीड वाहनों पर नकेल कसने के लिए यह अभियान शुरू किया जा रहा है। उम्मीद है कि इस अभियान से सड़क हादसों में कमी आएगी और सुरक्षा बढ़ेगी।
सोमवार रात का हादसा: देहरादून में 6 छात्रों की मौत
बता दें कि सोमवार रात को भी देहरादून में एक भीषण सड़क हादसा हुआ था, जिसमें एक तेज रफ्तार इनोवा कार कंटेनर से टकरा गई थी। इस दुर्घटना में कार में सवार 6 छात्रों की मौत हो गई थी और एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस घटना के बाद से ही देहरादून में सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही थी, लेकिन बुधवार रात हुए हादसे ने फिर से सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सुधार की मांग
लगातार हो रहे हादसों के कारण देहरादून के स्थानीय लोग प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में उचित सुरक्षा इंतजाम न होने की वजह से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में बेहतर संकेतक, स्पीड ब्रेकर, और उचित लाइटिंग की व्यवस्था की जाए। साथ ही, चेकिंग के दौरान वाहन रोकने के लिए सुरक्षित जगह का चयन किया जाए ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
सरकार का जिम्मेदारी भरा कदम: सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने का प्रयास
मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों के बाद जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया है। जांच समिति की रिपोर्ट के बाद दुर्घटना स्थलों पर सुधार और आवश्यक बदलाव किए जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही, ओवरस्पीडिंग पर सख्ती से कार्रवाई करने की योजना बनाई गई है। देहरादून में होने वाले हादसों की संख्या कम करने के लिए यह कदम अत्यंत आवश्यक हैं और इससे सड़क सुरक्षा में सुधार आएगा।
इस हादसे से प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार के प्रयासों की जरूरत एक बार फिर सामने आई है। लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और देहरादून की सड़कों को अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा।