Kerala Rain Alert News Update: केरल (Kerala) के कई इलाकों में लगातार बारिश जारी रहने के कारण भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department – IMD) ने शनिवार, 1 जून को दक्षिणी राज्य (Southern states) के तीन जिलों – त्रिशूर (Thrissur), मलप्पुरम (Malappuram) और कोझिकोड (Kozhikode) में ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है। इडुक्की और वायनाड (Idukki and Wayanad) जिलों में भी ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग (weather department) के अनुसार, शनिवार, 1 जून को केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। साथ ही 2 जून और 5 जून को केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है और 3 और 4 जून को राज्य में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी ने अपने बुलेटिन (Bulletin) में कहा, “केरल में 1 जून से 3 जून तक एक या दो स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं (Strong winds) चलने के साथ बिजली चमकने (lightning flash) और गरज के साथ तूफान (thunder storm) आने की संभावना है, और 4 और 5 जून को केरल में एक या दो स्थानों पर बिजली चमकने के साथ तूफान आने की संभावना है।”
दक्षिण-पश्चिम मानसून के 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में समय से पहले पहुंचने के दो दिन बाद लगातार बारिश हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी राज्य में भारी बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में भूस्खलन और जलभराव (Landslides and Waterlogging) हुआ।
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश के कारण कोट्टायम और इडुक्की (Kottayam and Idukki) जिलों के निचले इलाकों में गंभीर जलभराव (Severe waterlogging) और यातायात जाम (traffic jam) हो गया। त्रिशूर के मध्य जिले (Central District of Thrissur) में शनिवार 1 जून की सुबह से ही भारी बारिश हो रही है, जिससे बड़ी संख्या में लोग बस स्टॉप (Bus stops) और रेलवे स्टेशनों (railway stations) पर फंसे हुए हैं।
इस बीच, इडुक्की जिले के पूचपरा और कोलप्परा इलाकों (Poochpara and Kolappara areas) में भूस्खलन और पेड़ उखड़ने (Landslides and uprooted trees) की खबरें सामने आईं। भूस्खलन में कुछ घरों और वाहनों को भी नुकसान पहुंचने की खबर है, हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
भूस्खलन के बीच, केरल के अधिकारियों ने शुक्रवार 31 मई को लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया और निचले इलाकों और नदी तटों के कई हिस्सों में बाढ़ (flood) की चेतावनी दी।