Unnao Bus Accident: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे के बाद शवों के साथ हुई अमानवीयता चर्चा का विषय बनी रही। पुलिस की लापरवाही के चलते प्रशासनिक अधिकारियों को आलोचना झेलनी पड़ी। हादसे में मरने वाले यात्रियों के शवों को बांगरमऊ सीएचसी पर चादर से ढके बिना सड़क पर फेंक दिया गया। शवों के साथ हुई अमानवीयता का किसी ने सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
जल्दबाजी में पुलिस से गलतियां होती रहीं। शवों को सील करने के बाद उन्हें बॉडी कवर बैग में भी नहीं रखा गया और मिनी ट्रक में लादकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। शवों के साथ अमानवीयता के मामले को लेकर एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने कहा कि सीएचसी में अव्यवस्था थी। जब जगह नहीं मिली तो शवों को खुली जगह में रखकर सील कर दिया गया। जांच कराई जाएगी कि शवों को बॉडी कवर बैग में क्यों नहीं रखा गया।
बेहोश हो गया दरोगा
हादसे के बाद शवों को मिनी ट्रक में डालकर बांगरमऊ सीएचसी ले जाया जा रहा था। इस काम में बांगरमऊ थाने के कांस्टेबल राम मिलन सोनकर भी तैनात थे। हादसे का दृश्य और क्षत-विक्षत शवों को देखकर उनका ब्लड प्रेशर लो हो गया और वे बेहोश हो गए।