New Delhi: हर साल पूरे देश में अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (International Day of Peace 2022) मनाया जाता है. इस दिन यूनाइटेड नेशनल जनरल असेंबली सभी राष्ट्रों और लोगों के बीच अहिंसा और शांति को बढ़ावा देने का प्रयास करती है. अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस एक ऐसा मौका है, जब हम देश और दुनिया में शांति और सद्भावना बनाए रखने की पहल कर सकते हैं.
बता दें कि आज दुनिया में जब हम देश और दुनिया में शांति और सद्भावना बनाए रखने की पहल कर सकते हैं. इस तरह के माहौल पर नियंत्रण रखने एवं आपसी भाईचारा तथा सौहार्द को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस (International Day of Peace 2022) मनाया जाता है.
क्या है International Day of Peace मनाने का इतिहास?
शुरूआती वर्षों में अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस (International Day of Peace 2022) सितंबर के तीसरे मंगलवार को को मनाया जाता था. लेकिन इसके बाद साल 2001 में ये तय किया गया, कि अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस हर साल 21 सितंबर मनाया जाएगा. इस दिन न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संयुक्त राष्ट्र शांति घंटी बजाई जाती है, जो कि जून 1954 में जापान के संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा दान की गई थी.
अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का महत्व
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, विश्व शांति का अर्थ केवल हिंसा रोकना और शांति बनाये रखने ही नहीं है, बल्कि इसके द्वारा एक ऐसे समाज का निर्माण करना है जहां सभी खुद को बराबर समझ कर आगे बढ़ा सकें और अपनी पहचान बना सकें. एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना जहां बिना किसी जातिवाद, नस्लवाद और धर्म की परवाह किए बिना सभी के साथ समान व्यवहार किया जाए.
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International Day of Peace की क्या है थीम?
हर साल अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस (International Day of Peace 2022) मनाने के लिए एक थीम रखी जाती है. इस थीम को पूरे साल अपनाया रखा जाता है. इस साल शांति दिवस का थीम ‘End Racism. Build Peace.’ है. इसका अर्थ है ‘नस्लवाद खत्म करें, शांति स्थापित करें’.
ऐसे मनाते है International Day of Peace
इस दिन संयुक्त राष्ट्र से लेकर विभिन्न स्कूल-कॉलेजों, संगठनों-संस्थानों आदि जगहों पर तमाम तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. शांति का दूत कहे जाने वाले सफेद कबूतरों को उड़ाया जाता है, कि जाओ और दुनिया में शांति एवं भाईचारे का संदेश दो. साधारणतय: मधुरता और भाईचारा ही ‘शांति’ का विशेष माध्यम होता है. हालांकि अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ में इस दिवस का मुख्य उद्देश्य विश्व में युद्ध-विराम और रिलेक्स का वातावरण कायम करना है.