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Iran Israel War: रक्षा कवच साबित नहीं हो पा रहा आयरन डोम, मिसाइलों की बौछार के बीच हो रहा विफल

Iran Israel War: इजराइल कई मोर्चों पर युद्ध लड़ रहा है। इजराइली सेना तीन जगहों पर अभियान चला रही है – गाजा, लेबनान और ईरान। इस युद्ध में इजराइल की अर्थव्यवस्था खराब हो गई है। ईरान और उसके सहयोगी हमास और हिजबुल्लाह के साथ चल रहे युद्ध में इजराइल को कुछ सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं। आयरन डोम का उपयोग देश पर बैलिस्टिक मिसाइल हमलों को रोकने के लिए किया जा रहा है, लेकिन 2 मिलियन डॉलर की एरो 3 मिसाइलें पर्याप्त नहीं हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे इजराइल को यह चुनने पर मजबूर होना पड़ सकता है कि वह किन क्षेत्रों की रक्षा करेगा और किनकी नहीं। एरो 3 इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम का हिस्सा है, जिसमें आयरन डोम भी शामिल है।

एरो 3 का इस्तेमाल ईरान द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए किया जाता है। आयरन डोम कम दूरी से दागे गए रॉकेट को मार गिराता है। मिसाइलों द्वारा गिराए गए प्रत्येक दुश्मन के रॉकेट से युद्ध की लागत बढ़ जाती है, जिसे इज़राइल 7 अक्टूबर, 2023 को हमास आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के बाद से लड़ रहा है। एक विशेषज्ञ ने जून में चेतावनी दी थी कि हिजबुल्लाह के रॉकेट आयरन डोम को उसकी सीमा पर मार सकते हैं।

इजराइल पर 8,000 से ज्यादा रॉकेट दागे गए

फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उद्योग अधिकारियों, पूर्व सैन्य अधिकारियों और विश्लेषकों के मुताबिक, यह कमी ऐसे समय में सामने आई है, जब इजराइल ईरान और उसके सहयोगियों के हमलों से खुद को बचाने के लिए अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर रहा है। 7 अक्टूबर 2023 से इजराइल में रॉकेट और ड्रोन हमले बढ़ रहे हैं। हिजबुल्लाह ने पिछले एक साल में इजराइल पर 8,000 से ज्यादा रॉकेट दागे हैं। 13 अक्टूबर को देश के मध्य में एक सैन्य अड्डे पर हिजबुल्लाह के ड्रोन हमले में चार इजराइली सैनिक मारे गए थे।

इजराइल के सामने चुनौती?

इजराइली आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल गाजा और लेबनान से इजराइल पर कुल 20,000 रॉकेट और मिसाइलें दागी गई हैं। विश्लेषकों का कहना है कि रक्षा प्रमुखों और इजराइल की वायु रक्षा को यह चुनना पड़ सकता है कि किन क्षेत्रों को दूसरों की तुलना में अधिक संरक्षित किया जाए। इजराइली रक्षा मंत्रालय के पूर्व शोधकर्ता एहुद ईलम ने फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि 1 अक्टूबर के हमले के दौरान, ऐसा लग रहा था कि ईरान द्वारा तेल अवीव पर अगला हमला किए जाने की स्थिति में आईडीएफ ने कुछ एरो इंटरसेप्टर आरक्षित कर रखे थे। यह केवल समय की बात है जब इजराइल के पास इंटरसेप्टर खत्म होने लगेंगे और उन्हें कैसे तैनात किया जाए, इस पर प्राथमिकता देनी होगी।

इजराइल के आयरन डोम ने पिछले साल 7 अक्टूबर से लगातार हो रहे मिसाइल हमलों से खुद को अच्छी तरह से सुरक्षित रखा है, लेकिन इसकी भी अपनी सीमाएँ हैं। 2015 से 2018 तक इजराइल की वायु रक्षा की देखरेख करने वाले सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर जनरल ज़्विका हैमोविच ने एनपीआर को बताया कि इजराइल अपनी मिसाइलों को इतनी तेज़ी से बना रहा है कि वह उनका सामना नहीं कर सकता। आयरन डोम तामिर मिसाइलों का इस्तेमाल करता है। प्रत्येक तामिर मिसाइल की कीमत लगभग 50,000 डॉलर है और आमतौर पर प्रत्येक लक्ष्य पर दो मिसाइलें दागी जाती हैं।

अमेरिका युद्ध में इजराइल की मदद करने की पूरी कोशिश कर रहा है

अमेरिका इजरायल की मदद करने की पूरी कोशिश कर रहा है। अमेरिका इजरायल को हथियार मुहैया करा रहा है। अमेरिका इजरायल की सुरक्षा व्यवस्था में खामियों को दूर करने की कोशिश कर रहा है। 13 अक्टूबर को उसने टर्मिनल हाई-एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) एंटी-मिसाइल बैटरियों की तैनाती की भी घोषणा की।

Chanchal Gole

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