Job in UP: आज भी लोगों के अंदर सरकारी नौकरी का काफी क्रेज देखने को मिलता है…. हर घर में अगर बच्चे से पूछा जाए कि उन्हें क्या बना है….. पुलिस या टीचर की नौकरी बताते है जिसके लिए हर साल लाखों बच्चे परीक्षा देते हैं और उनमें से कुछ ही जिन्हें नौकरी मिल जाती है इसी बीच उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल की 60 हजार 244 पदों पर भर्ती निकली थी जिसके लिए 48.2 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा दी है…….आकलन किया जाये तो एक पद पर 80 से ज्यादा उम्मीदवार खड़े हैं इनमें से कोई एक ही जिसे नौकरी मिलती है।
हालांकि यह तो हो गया पुलिस कांस्टेबल की भर्ती और इसमें कितने लोगों ने परीक्षाएं दी है…. इसके अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने दावा किया है कि यूपी में सबसे कम बेरोजगारी है लेकिन इस परीक्षा को देखकर तो यही लग रहा है कि यूपी में काफी लोग बेरोजगार बैठे हैं…….. अगर देश में बेरोजगारी दर देखा जाये तो 3.2% है।
उत्तर प्रदेश में 2.4 % है और यह सब देखते हुए यह पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में कितनी बेरोजगारी है हालांकि एक सर्वे में देखा गया की 5 साल में यूपी में बेरोजगारी घटकर आधी हो गई है अगर हम साल 2018 और 19 की बात करे तो बेरोजगारी दर 5.7% थी.. तो वही 2022 और 23 में घटकर 2.4 % हो गया।
अगर हम पूरे देश का आकलन करें तो लद्दाख में 6. 10% बेरोजगारी है. हिमाचल प्रदेश में 4.30%, अरुणाचल प्रदेश में 4.80%, बिहार में 3.90%, हरियाणा में 6.10%, गुजरात में 1.70% बेरोजगारी है उसे अगर हम देश के सभी राज्यों को देखा जाए तो बेरोजगार दर अलग-अलग बताया गया है
खैर वापस आते हैं यूपी के बेरोजगारी पर तो यूपी के सीएम ने हर बार बेरोजगारी कम होने का जिक्र करते हैं और उनका दावा भी है कि यूपी में बेरोजगारी का हालात पर काबू हो रहा है लेकिन सवाल तो यह है कि अगर 60 हजार पदों पर 48 लाख से ज्यादा उम्मीदवार है तो इसे किस तरह से देखा जाए……..
बता दे की 2019 में योगी सरकार ने 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा करवाई थी जिसमें 4.10 लाख उम्मीदवार ने फॉर्म भरा था और इसमें 1.47 लाख पास हुए थे जबकि 69 हजार को ही नौकरी मिली थी इन सभी को देखते हुए तो यही लगता है कि यूपी में बेरोजगारी की हालत ठीक नहीं है। वैसे आपको क्या लगता है क्या हमारे देश में बेरोजगारी कम हो रही है या बढ़ती जा रही है हमें कमेंट करके जरूर बताएं।