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Jobs Scam in Uttarakhand: विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, देहरादून की कंसल्टेंसी फर्म पर 4 मुकदमे दर्ज

Jobs Scam in Uttarakhand: Cheating in the name of providing jobs abroad, 4 cases registered against Dehradun's consultancy firm

Jobs Scam in Uttarakhand:विदेशों में नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर पहाड़ी युवाओं से लाखों रुपये की ठगी करने वाली एक कंसल्टेंसी फर्म पर देहरादून के थाना डालनवाला में चार अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इस फर्म के संचालक पति-पत्नी पर आरोप है कि उन्होंने लोगों को फर्जी वर्क परमिट, ऑफर लेटर और अन्य कागजात देकर ठगी की। मामला तब सामने आया जब पांच पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और ठगों के जालसाजी भरे कामों का पर्दाफाश हुआ।

ठगी का तरीका: विदेश में नौकरी का झांसा

प्राइड गोल्ड ग्लोबल एजुकेशन* नामक कंसल्टेंसी फर्म के संचालक पति-पत्नी ने सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर प्रचार किया कि उनकी फर्म यूरोप के कई देशों जैसे पोलैंड, लिथुवानिया, नार्वे, ऑस्ट्रिया, हंगरी आदि में अच्छी नौकरियों की प्लेसमेंट दिलाती है। इन देशों में नौकरी पाने के इच्छुक युवाओं ने इस प्रचार पर भरोसा किया और उनसे संपर्क किया। पीड़ितों को नौकरी दिलाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस, वर्क परमिट, वीजा प्रोसेसिंग और वेरिफिकेशन के नाम पर मोटी रकम वसूली गई।

फर्म के संचालक और उनके सहयोगियों ने पीड़ितों से विदेश भेजने के नाम पर फर्जी कागजात भी दिए। लेकिन जब युवाओं ने विदेश जाने के लिए दस्तावेजों की जांच कराई, तो उन्हें पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है।

5 पीड़ितों से लाखों की ठगी

पीड़ितों में शामिल कृष्णा प्रसाद, सिद्धार्थ थापा, उबैद आमिर, साकिब और राजन शर्मा जैसे युवाओं ने अच्छे भविष्य की उम्मीद में कंसल्टेंसी फर्म से संपर्क किया था। इन सभी को विदेश में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन उन्हें जो दस्तावेज दिए गए, वे सभी फर्जी निकले। ठगी की जानकारी मिलने के बाद इन पांचों ने पुलिस से संपर्क किया और अपनी शिकायत दर्ज कराई।

इन युवाओं से लाखों रुपये वसूले गए थे, और जब उन्होंने अपनी राशि वापस मांगी, तो आरोपियों ने उन्हें धमकाया और पैसे वापस करने से इंकार कर दिया।

पुलिस की जांच और कार्रवाई

शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने थाना डालनवाला में फर्म के खिलाफ जांच शुरू की। एसएसपी देहरादून ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए और सीओ डालनवाला को इस कंसल्टेंसी फर्म के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया। जांच में सामने आया कि यह फर्म लंबे समय से पहाड़ी युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठग रही थी।

जांच के दौरान यह भी पता चला कि फर्म के संचालक पति-पत्नी और उनके सहयोगियों ने सोशल मीडिया पर व्यापक प्रचार किया और कई निर्दोष लोगों को अपने जाल में फंसाया। फर्जी कागजात और झूठे आश्वासनों के आधार पर उन्होंने लोगों से लाखों रुपये ठगे।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी ठगी की घटनाएं

देहरादून में पहले भी कंसल्टेंसी फर्मों द्वारा ऐसी धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पुलिस ने पहले भी कई बार ऐसी फर्जी एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन यह मामला और भी गंभीर है क्योंकि इसमें पहाड़ के सीधे-सादे युवाओं को निशाना बनाया गया है। इस फर्म के खिलाफ पहले से भी शिकायतें दर्ज थीं, लेकिन इस बार चार नए मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

पीड़ितों की आपबीती

पीड़ितों ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि वे बेहतर भविष्य की तलाश में फर्म से जुड़े थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने पैसा जमा किया, फर्म ने उनसे लगातार और पैसे मांगने शुरू कर दिए। जब उन्होंने पैसे वापस मांगे, तो उन्हें धमकाया गया। कृष्णा प्रसाद ने बताया, “पहले हमें विदेश में नौकरी दिलाने का भरोसा दिया गया, लेकिन बाद में हमें पता चला कि हमारे साथ ठगी हुई है। जब हमने पैसे वापस मांगे, तो उन्होंने धमकाया और कहा कि अगर हम ज्यादा पूछताछ करेंगे तो इसका अंजाम बुरा होगा।”

कंसल्टेंसी फर्म पर कानूनी शिकंजा

पुलिस की जांच के बाद फर्म के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने फर्म के संचालक पति-पत्नी और उनके सहयोगियों को हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि फर्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और ठगी का शिकार हुए लोगों को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

Mansi Negi

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