money Laundering case excise scam: दिल्ली शराब घोटाले से जुड़ें मनी लॉन्ड्रिंग केस के मामले में BRS (Bharat Rashtra Samithi) लिडर के. कविता (K. Kavitha) की न्यायिक हिरासत को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 3 जून 2024 तक के लिए बढ़ा दी है। आज सुबह दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में शराब घोटाले के मामले में के. कविता (K. Kavitha) की कोर्ट में सुनवाई हुई।
3 जून को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद के. कविता (K. Kavitha) को वर्चुअली अदालत में पेश किया जाएगा। आज भी के कविता (K. Kavitha) की पेशी अदालत में वर्चुअली कराई गई थी।
अदालत ने क्या कहा
अदासत में जब के. कविता (K. Kavitha) के वकील ने कोर्ट में कहा की, मुझे मीडिया से पता चला है कि एक आरोप पत्र दाखिल किया गया है। तो उसका जवाब देते हुए कोर्ट ने कहा कि, हां एक अभियोजन शिकायत जरूर दायर कराई गई है। तो के. कविता (K. Kavitha) के वकील ने अदालत से आरोप पत्र की एक कॉपी उन्हें उपलब्ध कराने की मांग रखी है।
इस पर अदालत ने जवाब देते हुए, कहा कि वह अभी भी जांच के दायरे में है। ईडी का कहना है कि इस स्थिति में वे आरोप पत्र दायर करने के काबिल नहीं हैं। उन्हें कॉपी उपलब्ध कराने से पहले कोर्ट को इस पर गहन विचार करना होगा।
उनके के वकील ने अदालत में इस बात का विरोध किया। उनके वकील ने कहा कि,” एक बार जब हमने आरोपपत्र दायर कर दिया और अदालत ने सका कोई संज्ञान नहीं लिया, तो अदालत अपने हिसाब से उनकी हिरासत नहीं बढ़ा सकती है। और के. कविता (K. Kavitha) को रिहा होने का पूरा हक है।
शराब घोटाले में कैसे फंसी के. कविता
साल 2022 दिसंबर में ED ने आरोपी अमित अरोड़ा को गिरफ्तार किया। उनके रिमांड पेपर में ED ने इस बात का दावा किया था कि आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं के लिए विजय नायर और कुछ अन्य लोगों को ‘साउथ ग्रुप’ ने 100 करोड़ की रिश्वत दी थी। बीते साल फरवरी के महीने में सीबीआई (CBI) ने अकाउंटेंट बुची बाबू गोरंतला को हिरासत में लिया था। ED ने बुची बाबू से पूछताछ के बाद उनका बयान दर्ज कर लिया था।
ऐसा कहा जा रहा है कि बुची बाबू के. कविता (K. Kavitha) का अकाउंट संभाला करते थे। पिछले साल मार्च के महीने में ED ने अरुण रामचंद्रन पिल्लई को भी हिरासत में ले लिया था। पिल्लई से पूछताछ में ये बात सामने आई थी कि, के. कविता (K. Kavitha) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच एक समझौता हुआ था।
जिसके तहत ‘साउथ ग्रुप’ ने 100 करोड़ रूपय की रिश्वत दी थी। जिससे के. कविता (K. Kavitha) की कंपनी ‘इंडो स्पिरिट्स’ को दिल्ली के शराब कारोबार में एंट्री मिली थी। पिल्लई ने बताया कि एक मीटिंग हुई थी, जिसमें वो, कविता, विजय नायर और दिनेश अरोड़ा मौजूद थे। इस मीटिंग में दी गई रिश्वत की वसूली पर चर्चा हुई थी।