Kanpur Rural News: ‘मृत व्यक्ति’ पहुंचा कलेक्ट्रेट, डीएम से कहा- मुझे ‘ज़िंदा’ दर्शाएं
Kanpur News in Hindi (कानपुर न्यूज़) - News Watch India
Kanpur News कानपुर देहात। यहां कानपुर देहात के माती मुख्यालय में उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब एक ‘मृत व्यक्ति’ अपने पैरों से चल कर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गया। वह जिलाधिकारी से मिला और उनसे मांग की कि वे उसे ‘जिंदा’ दर्शाएं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर कोई मृत व्यक्ति कैसे खुद कहीं जा सकता है, लेकिन इस मामले में आपको इस सच को मानना ही होगा, कि ‘मृत व्यक्ति’ जिलाधिकारी के पास प्रत्यक्ष रुप से गया।
दरअसल कानपुर देहात के ब्लॉक मालासा क्षेत्र के ग्राम सिथरा बुजुर्ग गांव निवासी बुजुर्ग राम औतार को ग्राम सचिव ने सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया। जिसकी वजह से बुजुर्ग किसान को तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना बन्द हो गया। जब कई महीनों से उन्हें किसान सम्मान निधि और वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिली, तो वह अधिकारियों के पास गये।अधिकारियों ने पता कराया कि सरकारी कागजों में राम औतार को मृत घोषित कर दिया गया है। इस कारण उनकी सभी सरकारी सुविधाएं रुकी हुई हैं।, अब जैसे ही किसान राम औतार को खुद के मृत होने की पता चला, वह परेशान हो गया और उसने फिर तमाम अधिकारियों के पास जाकर खुद को जिंदा साबित करने के लिए चक्कर काटना शुरू कर दिया।
पिछले कई माह से राम औतार ने तहसील से लेकर जनपद की जिलाधिकारी कार्यालय तक उसने खूब दौड़ भाग की, लेकिन अधिकारियों ने इस पूरे मामले को नजरअंदाज कर दिया । इसके बाद उसने कानपुर के मण्डल आयुक्त राजशेखर से शिकायत की। तब पूरे मामले में अपर आयुक्त प्रशासन प्रेम प्रकाश उपाध्याय ने जिले के अधिकारियों को जांच कराने के साथ दोषी पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई तो राम औतार ने दोबारा शिकायत मंडल आयुक्त डॉ राजशेखर से। इस पर आयुक्त ने डीएम व सीडीओ को जांच कराने के साथ दोषी कर्मचारी पर कार्रवाई कर 15 दिसंबर तक रिपोर्ट तलब की थी।
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15 दिसम्बर, 2022 की अवधि को बीते 3 महीने से अधिक का समय हो गया है, लेकिन अभी तक राम औतार ज़िंदा घोषित नहीं किया जा सका।
इस पर फिर मृत घोषित राम औतार ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपने आपको कागजों पर फिर से जिंदा करवाने के लिए डीएम से गुहार लगाई। इस बार भी राम औतार को पहले की ही तरह रटा रटाया जवाब मिला कि जांच पूरी होने पर कार्रवाई होगी।
जिलाधिकारी नेहा जैन मृत घोषित राम औतार के मामले में कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया। यह लापरवाही भरा रवैया अधिकारियों की कार्यशैली पर गम्भीर सवाल खड़ा करता है।