Modi Cabinet 3.0 News: केरल (Kerala) से भापतीय जनता पार्टी (BJP) के पहले सांसद सुरेश गोपी (First MP Suresh Gopi) ने उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें दावा किया गया था कि वह मोदी सरकार (Modi Government) का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं और मंत्री पद (Ministerial Positions) से मुक्त होना चाहते हैं।
त्रिशूर (Thrissur) से हालिया लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) जीतने वाले गोपी ने रविवार 9 जून को मोदी सरकार 3.0 (Modi Government 3.0) में राज्य मंत्री (State Minister) के रूप में शपथ (Oath) ली।
हालांकि, सूत्रों ने बताया कि गोपी ने दिल्ली (Delhi) में कुछ मलयालम टीवी चैनलों (Malayalam TV Channels) से कहा कि उन्हें जल्द ही अपने कर्तव्यों से मुक्त (Relieved of Duties) किया जा सकता है क्योंकि वह केंद्र सरकार (Central Government) का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं।
एक समाचार एजेंसी ने उनके हवाले से कहा, “मैं एक सांसद के रूप में काम करना चाहता हूं। मेरा रुख यह था कि मैं इसे (कैबिनेट बर्थ) नहीं चाहता था। मैंने पार्टी को बता दिया था कि मुझे इसमें यानी कैबिनेट बर्थ कोई दिलचस्पी नहीं है। मुझे लगता है कि मुझे जल्द ही पदमुक्त (relieved from office) कर दिया जाएगा।”
हालांकि, अभिनेता-सह-राजनेता (Actor-Cum-Politician) ने बाद में बताया कि उन्होंने पद स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही मंत्री पद स्वीकार कर लिया है और मैंने शपथ ले ली है।” उन्होंने कहा कि अब वह अपने मंत्रालय (Ministry) का कार्यभार संभालने के लिए निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।
इससे पहले भी गोपी ने मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने की अनिच्छा (Reluctance) जताई थी और संकेत दिया था कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र (Constituency) के लोगों के लिए काम करना चाहते हैं।
केरल में भाजपा (Bhartiya Janta Party) के लिए ऐतिहासिक जीत (Eic Win) दर्ज करने के बाद गोपी ने कहा कि, वह एक मंत्रालय तक सीमित नहीं रहना चाहते क्योंकि वह एक सांसद के तौर पर लोगों के लिए मंत्री से ज्यादा काम कर सकते हैं।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल कि, वह किस मंत्रालय का नेतृत्व करना चाहेंगे? तो उनके जवाब में उन्होंने कहा, “कृपया मुझे एक कमरे तक सीमित न रखें। एक सांसद के रूप में मैं विभिन्न मंत्रालयों (Various Ministries) का काम कर सकता हूं। मैं मंत्री नहीं बनना चाहता। नए क्रांतिकारी कार्य मंच (New Revolutionary Work Platform) हो सकते हैं। मैं बस इतना चाहता हूं कि जब मैं दृढ़ संकल्प (Determination) के साथ केरल के लोगों के लिए कोई परियोजना (Project) लेकर जाऊं तो संबंधित मंत्रालय (Concerned Ministries) उसे लागू करें।”
त्रिशूर में भाजपा नेता (BJP Leader) की जीत सत्तारूढ़ सीपीएम नीत एलडीएफ (Ruling CPM-led LDF) और कांग्रेस नीत यूडीएफ (Congress-led UDF) के लिए एक बड़ा झटका थी, जिन्होंने अंतिम क्षण तक विभिन्न एग्जिट पोल (Exit Polls) को खारिज कर दिया था, जिसमें गोपी की जीत और प्रदेश में कमल खिलने की संभावना जताई गई।