Kolkata Rape Murder Case: कौन हैं रिमझिम सिन्हा? जिसकी एक आवाज पर कोलकाता की सड़कों पर उतर आए लोग
Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए रेप और हत्या मामले के विरोध में 9 अगस्त को महिलाओं ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। सोशल मीडिया पर रिक्लेम द नाइट’ नाम से यह अभियान चला। यह रात 11:55 बजे शुरू हुआ और स्वतंत्रता दिवस के जश्न के साथ जुड़ गया।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले को लेकर रात भर विरोध प्रदर्शन हुए। महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतरीं। ‘रिक्लेम द नाइट’ सोशल मीडिया अभियान के बीच इन महिलाओं ने आरजी कर अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। सोशल मीडिया पर शुरू हुआ ‘रिक्लेम द नाइट’ आंदोलन महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने के प्रयास में कई जगहों पर फैल गया। लेकिन प्रदर्शन के दौरान आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हिंसा भड़क उठी, जब एक अज्ञात भीड़ ने आपातकालीन कक्ष को क्षतिग्रस्त कर दिया।
कौन हैं रिमझिम सिन्हा?
रिमझिम सिन्हा वह महिला हैं जिन्होंने ‘रीक्लेम द नाईट’ अभियान की शुरुआत की। रिमझिल के मुताबिक यह आंदोलन महिलाओं को आज़ाद करने का एक नया प्रयास है। रिमझिम सिन्हा एक सामाजिक विज्ञान शोधकर्ता हैं, जिन्होंने कोलकाता के प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। 2020 में समाजशास्त्र में डिग्री हासिल करने वाली रिमझिम सिन्हा ने कहा कि वह अपने कार्यस्थल पर जूनियर डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या की खबर से स्तब्ध हैं। रिमझिम सिन्हा ने फेसबुक पोस्ट में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या को विरोध स्वरूप बाहर बिताने का अपना निर्णय व्यक्त किया।
नहीं थी ये उम्मीद
रिमझिम ने कहा कि वह मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष की एक टिप्पणी से विशेष रूप से उत्तेजित थीं। उन्होंने कथित तौर पर सवाल खड़े किए कि जूनियर अकेले सेमिनार हॉल में क्यों गई थी। पीड़िता पर दोष मढ़ने वाली ऐसी टिप्पणी स्वीकार नहीं की जा सकती। विरोध में, मैंने 14 अगस्त की रात बाहर बिताने का फैसला किया। कोई भी व्यक्ति उस शाम पर अपना दावा नहीं कर सकता और न ही हमें यह बता सकता है कि किसे बाहर जाने की अनुमति है और क्यों। रिमझिम के मुताबिक, जब उनका आह्वान वायरल हुआ तो उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि हजारों लोग सड़कों पर उनके साथ शामिल हो जाएंगे।