टिहरी गढ़वाल के घनसाली क्षेत्र के एक गांव में आसमान से गिरी एक ‘कोरियन’ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ने ग्रामीणों के बीच हलचल मचा दी। यह घटना 29 सितंबर को घनसाली थाना क्षेत्र के गनगर गांव में घटी, जब ग्रामीणों ने आसमान से एक गुब्बारे के साथ अज्ञात डिवाइस को गिरते हुए देखा। इस घटना से लोगों में डर और चिंता का माहौल बन गया। डिवाइस पर ‘मेड इन कोरिया’ लिखा होने के कारण, पहले तो ग्रामीणों को लगा कि यह कोई खतरनाक उपकरण हो सकता है, लेकिन बाद में प्रशासन की जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई।
डिवाइस गिरने से मचा हड़कंप
घटना के बाद ग्रामीणों ने तुरंत स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इसकी जानकारी दी। ग्रामीण प्रशांत जोशी ने इस घटना की सूचना घनसाली पुलिस को दी, जिसके बाद थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल मौके पर पहुंचे और डिवाइस का निरीक्षण किया। डिवाइस देखने के बाद, शुरुआत में यह घटना किसी गंभीर खतरे की आशंका के रूप में देखी जा रही थी, लेकिन बाद में जांच के बाद स्थिति सामान्य हो गई।
क्या था डिवाइस का स्रोत?
घनसाली के थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि यह डिवाइस असल में मौसम विभाग की थी। मौसम विभाग नियमित रूप से मौसम की जानकारी इकट्ठा करने के लिए इस तरह के उपकरणों का उपयोग करता है। डिवाइस को हाइड्रोजन से भरे गुब्बारे के साथ छोड़ा जाता है, जो हवा में उठने के बाद एक निश्चित ऊंचाई और दूरी तय करने के बाद फट जाता है। इससे जुड़ी किसी भी तरह की सुरक्षा समस्या नहीं होती है।
मौसम विज्ञान केंद्र का स्पष्टीकरण
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने घटना पर स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि यह मौसम विभाग की एक नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है। मौसम विभाग प्रतिदिन हवा में नमी, गति, और दबाव जैसी जानकारी इकट्ठा करने के लिए हाइड्रोजन भरे गुब्बारों के साथ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस छोड़ता है। इन गुब्बारों के जरिए लगभग 125 से 130 किलोमीटर की दूरी तक हवा का डाटा एकत्र किया जाता है। एक बार जब गुब्बारा अपनी निर्धारित ऊंचाई तक पहुंच जाता है, तो यह फट जाता है और उसके साथ जुड़ा डिवाइस पृथ्वी पर वापस गिर जाता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित होती है और इससे कोई खतरा नहीं होता है।
‘मेड इन कोरिया’ ने बढ़ाई थी घबराहट
हालांकि, डिवाइस पर ‘मेड इन कोरिया’ लिखा होने के कारण लोगों में डर और उत्सुकता दोनों बढ़ गई थी। कई ग्रामीणों को यह समझ नहीं आया कि यह डिवाइस किस उद्देश्य से गिरा है, और उन्होंने इसे एक खतरनाक वस्तु के रूप में देखा। लेकिन जब प्रशासन ने स्थिति स्पष्ट की, तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद जब ग्रामीणों को इस बात की जानकारी मिली कि यह डिवाइस मौसम विभाग का है, तब उन्होंने राहत की सांस ली। शुरूआत में कुछ ग्रामीण डिवाइस को लेकर काफी घबराए हुए थे, लेकिन जब पता चला कि यह कोई खतरनाक वस्तु नहीं, बल्कि मौसम की जानकारी जुटाने के लिए इस्तेमाल होने वाला उपकरण है, तो उनकी घबराहट खत्म हो गई।