Lateral Entry Politics:लेटरल एंट्री विवाद पर चिराग पासवान का बड़ा बयान, कहा मेरे पास मंच…!
Lateral Entry Politics: भारत में लेटरल एंट्री विवाद पर जोरों पर है। नेताओं की ओर से लगातार बयानबाजी की जा रही है। इसी कड़ी में चिराग पासवान ने ‘लेटरल एंट्री’ पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी पार्टी हम इससे कतई सहमत नहीं। मैं सरकार का हिस्सा हूं मेरे पास वह मंच है अपनी बातों को रखने का जो आने वाले दिनों में अपनी बात रखूँगा पर फिलहाल मैं और मेरी पार्टी कतई इसके साथ सहमत नहीं है। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने ‘लेटरल एंट्री’ पर मचे सियासी बवाल को लेकर कहा कि मेरी पार्टी इससे कतई सहमत नहीं है। मैं खुद इसे सरकार के समक्ष रखूंगा। लैटरल एंट्री में मैं और मेरी पार्टी पूरी तरीके से स्पष्ट है।
इस तरीके से यह नियुक्तियां निकाली गई है इसका हम लोग समर्थन नहीं करते और खास तौर पर सरकारी नियुक्तियां कोई भी हो उसमें आरक्षण के प्रावधानों का ध्यान रखने की जरूरत है आप कोई भी सरकारी नियुक्तियां बिना प्रावधानों के नहीं कर सकते,प्राइवेट सेक्टर में ये व्यवस्था नहीं है ऐसे में यदि सरकारी नौकरी में किसी भी तरीके की सरकारी नियुक्ति होती है कोई भी नियुक्ति उसमें रिजर्वेशन जैसे प्रावधान रखने की जरूरत है यह नहीं किया गया है यह मेरे लिए भी चिंता का विषय है मैं सरकार का हिस्सा हूं मेरे पास वह मंच है अपनी बातों को रखने का जो आने वाले दिनों में अपनी बात रखेगा पर फिलहाल मैं और मेरी पार्टी कटाई इसके साथ सहमत नहीं है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के बयान पर उन्होंने कहा, “अगर राज्यपाल इस तरह के बयान दे रहे हैं तो यह चिंताजनक है, जिस राज्य की मुख्यमंत्री एक महिला हैं…देश में इस तरह की घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। उचित कार्रवाई की जानी चाहिए और जिम्मेदार लोगों को सख्त सजा दी जानी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। तो वहीं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “रक्षाबंधन के अवसर पर हर युवा को देश की हर महिला की सुरक्षा सुनिश्चित करने का संकल्प लेना चाहिए…उस मानसिकता को बदलने की जरूरत है जिसके कारण देश में निर्भया कांड जैसे जघन्य अपराध हो रहे हैं…सभी को संकल्प लेना चाहिए कि देश में ऐसी घटनाएं कभी न हों।