Latest Political Update: टीएमसी नेता और बंगाल की कृष्णा नगर सीट से पार्टी की उम्मीदवार पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा की अब किसी भी वक्त गिरफ्तारी हो सकती है। महुआ के खिलाफ सीबीआई के तीन समन जारी है। गुरुवार को सीबीआई ने महुआ को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन महुआ मोइत्रा पूछताछ नहीं पहुंची। वह चुनावी प्रचार में चली गई। महुआ पर पैसे लेकर संसद में सवाल, पूछने के आरोप लगे हैं। वे संसद से निष्कासित भी हो चुकी है। उनकी बदनामी तो काफी हुई।
लेकिन महुआ अपने ऊपर लगे आरोपों को सही नहीं मानती। उनका कहना है कि उनके खिलाफ षड्यंत्र किया गया है। उन्हें फंसाया गया है और यह सब बीजेपी वालों ने किया है। संभव हो कि ऐसा ही हो लेकिन यह भी संभव है कि जो उनपर आरोप लगे हैं और जिन आरोपों की जांच के बाद उन्हें सजा दी गई है वह भी सही हो। सच क्या है यह तो कोई नहीं जानता लेकिन महुआ की काफी बेइज्जती हो चुकी है और अब उनकी मुश्किलें भी बढ़ती जा रही है।
आसान लोकसभा चुनाव में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने महुआ को फिर से कृष्णा नगर से टिकट दिया है। वह चुनाव लड़ भी रही है। वह पहले भी इसी सीट से सांसद चुनी गई थी। एक सांसद होने के लिए जितने भी गन की जरूरत होती है वे सारे गन में भरे हुए हैं। वे संसद में खूब बोलती है। वे बहुत से सावला एक साथ भी करती है। वह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है और देश की जानकारी भी उनके पास है। वे बैंक के नियमो को जानती है और वित्तीय व्यवस्था की खूब जानकारी भी रखती है। वे आधुनिक हैं और देश को भी आधुनिक बनाने की बात करती है। उइके कई तरह के दोस्त भी हैं। कोई कारोबारी है तो कोई और भी बहुत कुछ। वे सुन्दर और वाकपटु भी।
अपने सवालों से वह सामने वाले को बैठा देती है। उनके सवाल काफी तीखे होते हैं और गंभीर भी। बीजेपी के कई नेताओं को उन्होंने खूब नीचे दिखाया था। झारखंड के निशिकांत दुबे को नकली प्रमाणपत्र रखने वाला सांसद बताया था। कई डिबनो तक संसद से लेकर सड़क तक दुबे जी चर्चा विषय बने रहे। बीजेपी वाले भी उनसे एकांत में सवाल करते थे। लेकिन वही निशियकन्त दुबे ने में जब महुआ के खिलाफ उनके पास भी कुछ इनपुट मिल गए। फिर क्या था। खेल महुआ फंसते चली गई। उनपर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर सवाल पूछने का आआप लगा। कारोबारी दर्शन ने हलफनामे के जरिये भी यह बताया कि महुआ ने उनसे पैसे लेकर हैं और ेह सब लम्बे समय से चल रहा था।
अब सीबीआई ने महुआ के खिलाफ मामला दर्ज किया हुआ है। लोकपाल इस मामले को छह भीतर जांच करने को कहा है। इसी लोकपाल के आदेश को मानकर सीबीआई महुआ के खिलाफ लगातार समन जारी कर रही है लेकिन महुआ सीबीआई के समक्ष नहीं पहुँच रही है। सीबीआई को यह भी पता है कि महुआ चुनाव लड़ रही है लेकिन इसी दौरान उनसे पूछताछ भी जरुरी है।
ऐसे में अब कहा जा रहा है कि महुआ जिस तरह से भगति फिर रही है सीबीआई उसे किसी भी वक्त गिरफ्तार कर सकती है और ऐसा हुआ तो महुआ की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है।
अभी तक भले ही सीबीआई से बच रही हों लेकिन 6 महीने के भीतर सीबीआई को अगर जांच रिपोर्ट लोकपाल को सौपनी है तो महुआ के साथ पूछताछ कभी भी की जा सकती है। और पूछताछ की गई तो महुआ की गिरफ्तारी हो सकती है।