नई दिल्ली। सोमवार को भाजपा व आप के विधायक आमने सामने आ गये। विधान सभा ने जहां दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना के फैसले के खिलाफ जमकर हंगामा किया। विधानसभा के हंगामे के बाद जहां भाजपा आप विधायकों ने अपनी-अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। इसी बीच उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली मेयर चुनाव के लिए 24 जनवरी की तारीख घोषणा की है।
भाजपा के विधायकों ने ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों के साथ प्रदर्शन किया। उन्होने दिल्ली की आप सरकार से स्वच्छ हवा उपलब्ध कराने की मांग की। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में आप विधायकों ने विधान सभा से लेकर उपराज्यपाल आवास (LG Residence) तक विरोध प्रदर्शन किया।
यह भी पढेंः Kidnap of Business: साड़ी कारोबारी का अपहरण, फोन कर मांगी 8 लाख की फिरौती
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के अनुसार उपराज्यपाल को कोई भी स्वतंत्र निर्णय नहीं ले सकते। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार अध्यापकों को प्रशिक्षण देने के लिए फिनलैंड भेजना चाहती है, लेकिन उपराज्यपाल ने उनको वहां जाने से रोक दिया है।
केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली के उप राज्यपाल ने दिल्ली सरकार द्वारा खोले गये मोहल्ला क्लीनिक को तीन माह का वेतन नहीं दिया गया, LG ने दिल्ली में योग कक्षाओं को रोका। लेकिन उधर दिल्ली के राजभवन की ओर से उपराज्यपाल वीके सक्सेना हवाले से कहा गया है कि टीचर के ट्रेनिंग प्रोग्राम कैंसिल नहीं किया गया है।
राजभवन का आरोप है कि आम आदमी पार्टी पर गलत तथ्य पेश करने व जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। दिल्ली के विधान सभा का सत्र शुरु होते ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी-उपराज्यपाल के बीच फिर से तनातनी शुरु हो गयी है।
इसी बीच उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली मेयर चुनाव के लिए 24 जनवरी की तारीख घोषित की है। अब देखना है कि क्या आम आदमी पार्टी अपना मेयर बनाने में कामयाब होती है या फिर बीजेपी इस चुनाव में बाजी मार जाती है। केजरीवाल के डर है कि नगर निगम चुनाव में भले ही उसने बीजेपी की मात दी, लेकिन बीजेपी मेयर चुनाव में आप को जोर का झटका धीरे से दे सकती है। इसलिए आप अभी से बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में लगी है।