Life Time Prisoner released: बेटियों की शादी के लिए जेल से रिहा हुआ उम्रकैद सजायाफ्ता पिता
निरंकार शर्मा को 17 साल 10 महीने जेल में रहने के बाद जेल से रिहा हुए हैं। निरंकार शर्मा की पत्नी ने बताया कि उनकी दो बेटी और एक बेटा है । बड़ी बेटी की शादी उम्र हो गई है। उनकी बेटी की शादी की बात कई जगह चली, लेकिन पिता के जेल में होने के कारण बेटी की शादी होने में परेशानी आ रही थी।
बुलंदशहर। एक हत्या के मामले में अदालत से उम्रकैद की सजा पाने वाले व्यक्ति की बेटियों की शादी नहीं हो रही थी। इससे उसकी पत्नी, बेटे बहुत परेशान थे। उम्रकैद की सजा (Life Time Prisoner) भुगत रहे निरंकार शर्मा के परिजनों ने मुख्यमंत्री से मिले और अपनी समस्या बताई। मुख्यमंत्री की दखल से उम्रकैद पाने वाले पिता को बेटी की शादी के चलते जेल से किया गया है। परिवार के लोगों मुख्यमंत्री व जेल मंत्री का आभार जताया।
बुलंदशहर के रहने वाले निरंकार शर्मा के खिलाफ 1992 में थाना गढ़मुक्तेश्वर में हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में कोर्ट ने वर्ष 2006 में उन्हें उम्र कैद की सजा सुना दी। हत्या के मामले में सजा सुनाये जाने के बाद से वर्ष 2006 से ही निरंकार शर्मा जेल में बंद थे।
यह भी पढेंः CM Two days Tour: संत रविदास जयंती पर मंदिर लंगर भी छकेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
निरंकार शर्मा को जेल से रिहा कराने के लिए उनके परिजनों ने उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। निरंकार शर्मा के जेल में होने के कारण उनकी बेटी की शादी में परेशानी आ रही थी। इस कारण परिवार के लोगों में कुछ महीने पहले जेल मंत्री व मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी समस्या बताने का निर्णय लिया।
परिजनों ने लखनऊ जाकर जेल मंत्री से मुलाकात की। जेल मंत्री ने आश्वासन दिया था कि वे इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करेंगे। इस प्रकरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहानुभूति पूर्वक विचार किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मंगवाई। कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए निरंकार शर्मा को 31 जनवरी को मुख्यमंत्री और जेल मंत्री के आदेश पर रिहा कर दिया गया।
निरंकार शर्मा को 17 साल 10 महीने जेल में रहने के बाद जेल से रिहा हुए हैं। निरंकार शर्मा की पत्नी ने बताया कि उनकी दो बेटी और एक बेटा है । बड़ी बेटी की शादी उम्र हो गई है। उनकी बेटी की शादी की बात कई जगह चली, लेकिन पिता के जेल में होने के कारण बेटी की शादी होने में परेशानी आ रही थी।
इस कारण परिवार के लोग परेशान थे। वे जेल मंत्री से 8 जनवरी को मिले और उन्हें पूरी बात बतायी। जेल मंत्री ने मुख्यमंत्री से इस मामले में सिफारिश की। और मुख्यमंत्री के आदेश पर निरंकार शर्मा को 31 जनवरी को छोड़ा गया है । परिवार के लोग व निरंकार शर्मा को उम्मीद है कि उनकी बेटियों की शादी करने में अब दिक्कत नहीं होगी।